New Delhi: गिलगित-बाल्टिस्तान के चिलास इलाके में रविवार को पाकिस्तान आर्मी एविएशन का एक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। अधिकारियों ने बताया कि हेलिकॉप्टर में तकनीकी खराबी आने के कारण पहले इमरजेंसी लैंडिंग की कोशिश की गई, लेकिन बाद में यह पूरी तरह से क्रैश हो गया। इस हादसे में हेलिकॉप्टर में सवार दो पायलट और तीन टेक्निकल स्टाफ की मौत हो गई है।
टेस्ट लैंडिंग के दौरान हुआ हादसा
गिलगित-बाल्टिस्तान सरकार के प्रवक्ता फैजुल्लाह फराक ने बताया कि हेलिकॉप्टर एक नए प्रस्तावित हेलिपैड पर टेस्ट लैंडिंग कर रहा था। हादसे के समय इसमें कुल पांच लोग सवार थे। उन्होंने कहा कि यह हादसा उस वक्त हुआ जब क्रू मेंबर उस हेलिपैड की परीक्षण प्रक्रिया में लगे थे।
पुलिस अधिकारी ने की पुष्टि
दीमर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अब्दुल हमीद ने भी हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि हादसे की वजह की जांच जारी है और जल्द ही इसके कारणों का पता लगाया जाएगा। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि तकनीकी खराबी के अलावा कोई अन्य वजह तो नहीं थी।
पाकिस्तान के गिलगित-बाल्टिस्तान के चिलास में सोमवार को सेना का MI-17 हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। हादसे में दो पायलट और तीन तकनीशियन की मौत हो गई। क्रैश के तुरंत बाद हेलीकॉप्टर में आग लग गई और आसमान में धुएं का गुबार उठ गया। हादसे के कारणों का पता अभी नहीं चल पाया है।… pic.twitter.com/Og4ZgQaVy7
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) September 1, 2025
हादसे के तुरंत बाद पाकिस्तान सेना के वरिष्ठ अधिकारी और प्रशासन के कई उच्च पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। इनमें FCN कमांडर, DG गिलगित-बाल्टिस्तान स्काउट्स और दीमर के कमिश्नर भी शामिल थे। स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या में क्रैश साइट पर पहुंचे और राहत कार्यों में मदद की।
हाल ही में क्रैश हुआ था विमान
यह दुर्घटना ऐसे समय हुई है जब पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में भी हाल ही में एक सेना का हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ था। पिछले कुछ हफ्तों में हुए दो बड़े हेलिकॉप्टर हादसों ने पाकिस्तान सेना की सुरक्षा व्यवस्था और तकनीकी मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस कारण वहां की जनता और प्रशासन में चिंता की स्थिति बनी हुई है।
जांच के बाद जारी होगी रिपोर्ट
पाकिस्तान सेना ने कहा है कि वह हादसे की जांच के बाद ही पूर्ण रिपोर्ट जारी करेगा। गिलगित-बाल्टिस्तान में बढ़ती सुरक्षा खामियों के बीच इस तरह की घटनाएं वहां के तनाव को और बढ़ा सकती हैं। स्थानीय प्रशासन और सेना अधिकारियों ने मृतकों के परिवारों को मुआवजा और मदद का आश्वासन दिया है।