New Delhi: अक्सर ऐसा होता है कि हम पूरी नींद लेते हैं, फिर भी दिनभर थकावट और आलस्य महसूस करते हैं। बहुत से लोग इसे जीवनशैली की भागदौड़, तनाव या कमजोरी का हिस्सा मानकर अनदेखा कर देते हैं। लेकिन चिकित्सकों के अनुसार, यह स्थिति सामान्य नहीं है और दिल की बीमारी का प्रारंभिक लक्षण हो सकती है।
विशेषज्ञ बताते हैं कि जब हृदय तक रक्त और ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पाती, तो शरीर की ऊर्जा तेजी से खत्म होने लगती है। इसका परिणाम हमें थकान, कमजोरी और सुस्ती के रूप में दिखता है। लगातार थकान महसूस होना दिल की मांसपेशियों पर बढ़ रहे दबाव का संकेत हो सकता है, जिसे समय रहते पहचानना जरूरी है।
शरीर किन संकेतों से करता है आगाह?
- लगातार थकान: यदि पर्याप्त आराम और नींद के बावजूद भी शरीर तरोताज़ा महसूस नहीं करता तो यह गंभीर संकेत हो सकता है।
- सांस फूलना: सामान्य चलने-फिरने में सांस फूलना हृदय रोग की चेतावनी हो सकती है।
- सीने में भारीपन या दर्द: यह हार्ट अटैक का सामान्य और सबसे खतरनाक लक्षण है।
- चक्कर आना या कमजोरी: ब्लड फ्लो में गड़बड़ी के कारण बार-बार चक्कर आ सकते हैं।
- टखनों व पैरों में सूजन: कमजोर हृदय ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करता है, जिससे पैरों में सूजन आ सकती है।
थकान को नजरअंदाज क्यों नहीं करना चाहिए?
लोग अक्सर थकान को सामान्य शारीरिक प्रतिक्रिया मान लेते हैं, लेकिन अगर यह लगातार बनी रहती है और आराम के बाद भी नहीं जाती, तो यह शरीर का एक संकेत हो सकता है कि आपके हृदय को इलाज की आवश्यकता है। अगर इसे नजरअंदाज किया गया तो हृदयाघात (हार्ट अटैक) का खतरा कई गुना बढ़ सकता है।
कब लेनी चाहिए डॉक्टर की सलाह?
- अगर थकान के साथ सांस लेने में कठिनाई हो
- सीने में दबाव या दर्द महसूस हो
- पैरों में सूजन बनी रहे
- बार-बार चक्कर आए या पसीना आए
- इन स्थितियों में डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना जरूरी है और ECG या अन्य कार्डियक टेस्ट करवाना चाहिए।
दिल को स्वस्थ रखने के उपाय
- पौष्टिक और संतुलित आहार लें
- रोजाना 30 मिनट टहलना या व्यायाम करें
- तनाव कम करने के लिए योग या ध्यान करें
- धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं
- नियमित अंतराल पर स्वास्थ्य जांच करवाएं
डिस्क्लेमर
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। डाइनामाइट न्यूज़ इस लेख में दी गई जानकारी को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है।