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Budaun Crime News: दलित किसान की जमीन पर दबंगों का अवैध कब्जा, विरोध करने पर किया ये हाल; जानें पूरा मामला

एक गरीब दलित किसान के साथ अन्याय का मामला सामने आया है, जहां दबंगों ने उसकी पट्टे की जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया। घटना की जानकारी के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: Jaya Pandey
Published:
Budaun Crime News: दलित किसान की जमीन पर दबंगों का अवैध कब्जा, विरोध करने पर किया ये हाल; जानें पूरा मामला

बदायूं: वजीरगंज थाना क्षेत्र के गोठा गांव से एक गरीब दलित किसान के साथ अन्याय का मामला सामने आया है, जहां दबंगों ने उसकी पट्टे की जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया। किसान ने जब इसका विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की गई। पीड़ित ने न्याय की गुहार लगाते हुए उप जिलाधिकारी (एसडीएम) बिसौली से शिकायत की है, जिसके बाद प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, गोठा गांव निवासी एक गरीब दलित किसान की पत्नी को शासन की ओर से भूमि पट्टे का आवंटन किया गया था। राजस्व विभाग की टीम ने पुलिस की उपस्थिति में मौके पर पहुंचकर विधिवत रूप से किसान को जमीन पर कब्जा भी दिला दिया था।

दबंगों ने जबरन उस भूमि पर किया कब्जा

इसके बाद किसान ने अपनी जमीन को सुरक्षित करने के लिए ईंटों के ठिये लगाकर मेढ़ बनवाई थी, ताकि खेत की सीमा स्पष्ट हो सके लेकिन कुछ ही दिनों बाद गांव के दबंगों ने जबरन उस भूमि पर कब्जा कर लिया। दबंगों ने किसान द्वारा बनाई गई मेढ़ और ईंटें उखाड़ फेंकीं और खेत पर अपना अधिकार जताने लगे। जब किसान ने इसका विरोध किया तो उसे और उसके परिवार को धमकाया गया और मारपीट भी की गई।

उप जिलाधिकारी से की मामले की शिकायत

घटना से आहत किसान ने पूरे मामले की शिकायत उप जिलाधिकारी बिसौली से की। पीड़ित का कहना है कि वह मेहनत-मजदूरी करके अपने परिवार का भरण-पोषण करता है और उसके पास यही एकमात्र जमीन है, जिस पर दबंगों ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया है।

दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई का आदेश

शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम बिसौली ने तत्काल मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने राजस्व विभाग और वजीरगंज थाना पुलिस को निर्देश दिए हैं कि वह मौके पर जाकर स्थिति की जांच करें और दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें।

समर्थन में आये गांव के अन्य लोग

ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं प्रशासन की योजनाओं और गरीबों को भूमि देने की नीति पर प्रश्नचिह्न लगाती हैं। पीड़ित किसान के समर्थन में गांव के अन्य लोग भी सामने आए हैं और दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। प्रशासनिक जांच के बाद अब उम्मीद जताई जा रही है कि किसान को न्याय मिलेगा और उसकी जमीन उसे पुनः ससम्मान लौटाई जाएगी।

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