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Uttarakhand: जितेंद्र सिंह सुसाइड केस में अंतिम संस्कार से पहले हंगामा, परिजनों ने की ये मांग

उत्तराखंड के श्रीनगर में जितेंद्र आत्महत्या मामले में परिजनों और स्थानीय लोगों ने कीर्तिनगर में चक्का जाम किया। मुख्य आरोपी भाजपा नेता हिमांशु चमोली को फांसी की मांग की जा रही है।
Post Published By: Jay Chauhan
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Uttarakhand: जितेंद्र सिंह सुसाइड केस में अंतिम संस्कार से पहले हंगामा, परिजनों ने की ये मांग

पौड़ी: उत्तराखंड के पौड़ी  जिले में युवक के खुदकुशी मामले ने तूल पकड़ लिया है। श्रीनगर में शुक्रवार को जितेंद्र के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाते समय स्थानीय और ग्रामीणों ने रास्ता जाम कर जमकर प्रदर्शन किया।

जानकारी के अनुसार शुक्रवार को जितेंद्र का शव अंतिम संस्कार के लिए तलसारी से बिलकेदार स्थित पैतृक घाट लाया गया। इस दौरान परिजनों और स्थानीय लोगों ने कीर्तिनगर पुल के छोर पर बद्रीनाथ राजमार्ग पर चक्का जाम कर दिया। प्रदर्शनकारी मुख्य आरोपी बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश मंत्री हिमांशु चमोली को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं।

जितेंद्र सुसाइड केस

उधर पौड़ी पुलिस ने फिर इस मामले पर बयान जारी करते हुए कहा है कि पूछताछ में आरोपी ने धोखाधड़ी के आरोपों को स्वीकार किया है जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया है।

स्थानीय लोगों ने की ये मांग

बिलकेदार श्रीनगर मोटर मार्ग पर शव को रोककर स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान हिमांशु समेत अन्य आरोपियों पर कार्यवाही की मांग की गई और जितेंद्र की अंत्येष्टि करने से मना कर दिया।

राजमार्ग पर कीर्तिनगर पुल पर परिजन, यूकेडी व स्थानीय लोग धरने की जिद पर अड़ गए। उन्‍होंने ऋषिकेश बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने कीर्तिनगर पुल पर जाम लगा दिया। टिहरी व पौड़ी पुलिस मौके पर मौजूद रही।

परिजनों का आरोप

मृतक जितेंद्र की बहन पूनम ने बताया कि हिमांशु चमोली उनके भाई को लगातार प्रताड़ित करता था, जिसके कारण वह मानसिक रूप से परेशान था।

पूनम ने कहा कि उन्होंने अपने भाई को खोया है, उन्हें इंसाफ चाहिए।

पूनम ने यह भी बताया कि जितेंद्र ने गिरगांव में डंपिंग कूड़े को लेकर लड़ाई लड़ी थी, लेकिन कुछ लोगों ने उस पर झूठा मुकदमा दर्ज करवाया, जिसके बाद से वह और अधिक तनाव में था।

गुरुवार को जितेंद्र ने पेट्रोल भराने के लिए पैसे भेजने को लेकर आखिरी कॉल किया था, जिसके बाद वह दो दोस्तों के साथ गांव की ओर निकल गया और आत्महत्या कर ली।

घटना के बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। उस दौरान कई लोग मौके पर पहुंचे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

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लोगों का कहना था कि भाजपा शासन में अपराध चरम पर हैं। उन्होंने अंकिता हत्याकांड और जितेंद्र आत्महत्या मामले में भाजपा नेताओं की संलिप्तता पर सवाल उठाए।

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घटना स्थल पर पहुंची उपजिलाधिकारी नुपूर वर्मा ने परिजनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी हिमांशु चमोली को सौंपने या फांसी की सजा सुनिश्चित करने की मांग पर अड़े रहे।

पुलिस उपाधीक्षक अनुज कुमार, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक जयपाल सिंह नेगी और कीर्तिनगर पुलिस मौके पर मौजूद रही।

स्थानीय लोग अपनी मांग पर लिखित आश्वासन की मांग पर डटे रहे।

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