उत्तराखंड में 2025 के दौरान हुए कई बड़े सड़क हादसों ने प्रदेश को हिला कर रख दिया। साल के पहले 9 महीनों में 1,369 सड़क हादसों में 932 लोगों की जान गई। यह दुर्घटनाएं सरकार के लिए एक गंभीर चुनौती बनकर उभरी हैं।

उत्तराखंड में सड़क हादसों का कहर
Dehradun: उत्तराखंड में सड़क हादसों का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। वर्ष 2025 में आए दिन होने वाले सड़क हादसों में सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। सितंबर तक के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में 1,369 हादसों में 932 लोगों की मौत हुई है। इन हादसों की भयावहता ने राज्य सरकार और प्रशासन को चुनौती दी है, क्योंकि तमाम जागरूकता अभियानों के बावजूद सड़क हादसों में कोई कमी नहीं आई है। यह स्थिति प्रदेश के लिए एक गहरे सवाल के रूप में उभरी है, जिससे जनता के बीच असुरक्षा का माहौल बना हुआ है।
साल खत्म होने से कुछ दिन पहले भी सड़क हादसे की घटनाएं देखने को मिली है, जिसने सभी को चौंका दिया। अल्मोड़ा जिले के सल्ट भिकियासैंण में केएमओयू बस हादसा हुआ, जिसमें 7 यात्रियों की जान चली गई। बस में 19 लोग सवार थे, जिसमें 12 लोग घायल हो गए। घटना के बाद मौके पर पहुंचे राहत दल ने बचाव कार्य शुरू किया। यह हादसा पूरी तरह से दिल दहला देने वाला था, क्योंकि बस सड़क से खाई में गिर गई और यात्रियों के शव बिखरे हुए थे।
26 जून 2025 को रुद्रप्रयाग जिले में चारधाम यात्रा के दौरान एक मिनी बस अलकनंदा नदी में गिर गई। इस हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई। बस में राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के श्रद्धालु सवार थे। शुरुआती जांच के मुताबिक, एक ट्रक ने मिनी बस को टक्कर मारी, जिससे यह दुर्घटना घटी।
टिहरी गढ़वाल के देवप्रयाग में एक परिवार शादी समारोह में शामिल होने के लिए जा रहा था, लेकिन उनकी गाड़ी ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। गाड़ी अलकनंदा नदी में गिर गई, जिससे परिवार के 5 लोग अपनी जान गंवा बैठे, जिनमें तीन बच्चे भी शामिल थे। इस हादसे से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई थी।
12 जनवरी 2025 को चमोली जिले के पौड़ी के सत्यखाल मोटर मार्ग पर एक बस हादसा हुआ। बस गहरी खाई में गिर गई, जिससे 6 लोग मारे गए और 22 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना पौड़ी शहर की ओर जा रही एक बस की थी, जिसमें 28 यात्री सवार थे। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया और पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
टिहरी गढ़वाल जिले के नरेंद्र नगर में श्रद्धालुओं से भरी एक बस खाई में गिर गई। यह बस गुजरात और उत्तर प्रदेश के श्रद्धालुओं को लेकर कुंजापुरी मंदिर से लौट रही थी। ब्रेक फेल होने की वजह से यह दुर्घटना हुई, जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हुए। प्रशासन ने हादसे की जांच शुरू कर दी है।
उत्तराखंड में बढ़ते सड़क हादसों की वजह से सुरक्षा के उपायों पर सवाल उठने लगे हैं। राज्य सरकार को सड़क हादसों की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। जागरूकता अभियान तो चलाए जा रहे हैं, लेकिन प्रशासन को उन उपायों पर भी ध्यान देना होगा जो वास्तव में प्रभावी हो। ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन और दुर्घटनाग्रस्त क्षेत्रों में बेहतर यातायात व्यवस्था की जरूरत है।