Site icon Hindi Dynamite News

रुद्रप्रयाग में बारिश का कहर: सड़कें बंद, यात्रा ठप, गांव मुख्यालय से कटे

रुद्रप्रयाग में लगातार मूसलाधार बारिश से बादल फटने और भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं। दर्जनों सड़कें बंद हैं, गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूटा है। चारधाम यात्रा स्थगित, स्कूल बंद और सर्च ऑपरेशन भी बारिश से बाधित है।
Post Published By: Tanya Chand
Updated:
रुद्रप्रयाग में बारिश का कहर: सड़कें बंद, यात्रा ठप, गांव मुख्यालय से कटे

Rudraprayag: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जनपद में पिछले कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। भूस्खलन, बादल फटने और मलवा आने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। जिले की तीन दर्जन से अधिक सड़कें बंद हो चुकी हैं, जिससे ग्रामीण इलाकों का संपर्क मुख्यालय से पूरी तरह कट गया है।

राष्ट्रीय राजमार्ग भी बंद, चारधाम यात्रा पर संकट

ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग और रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड मार्ग जैसे मुख्य चारधाम यात्रा मार्ग कई स्थानों पर बाधित हैं। मलवा, पुस्ते टूटने और पहाड़ी दरकने की वजह से इन मार्गों पर आवाजाही बेहद कठिन हो चुकी है।

Uttarakhand News: रुद्रप्रयाग पर टूटा प्राकृतिक कहर, दरकती जमीन ने छीनी गांव की नींद

सिरोहबगड़, बांसबाड़ा और कुंड जैसे स्थानों पर सड़कें लगातार अवरुद्ध हो रही हैं। रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड मार्ग पर बांसबाड़ा में भारी भूस्खलन के कारण आज भी यातायात पूरी तरह ठप है। वाहन कई घंटों तक जाम में फंसे रहे और लोगों को खुले आसमान के नीचे रात बितानी पड़ी।

चारधाम यात्रा पर लगी रोक, पर यात्री नहीं मान रहे

मौसम विभाग की चेतावनी और प्रशासन के निर्देश पर चारधाम यात्रा को 5 सितंबर तक रोका गया है। इसके बावजूद देश के कोने-कोने से श्रद्धालु केदारनाथ यात्रा के लिए रुद्रप्रयाग पहुंच रहे हैं। पुलिस द्वारा जगह-जगह यात्रियों को रोका जा रहा है, लेकिन कई यात्री मानने को तैयार नहीं हैं। पुलिस के लिए यह बड़ी चुनौती बन चुकी है कि मार्ग खोलें या यात्रियों को नियंत्रित करें। यात्रा मार्गों पर लगातार लैंडस्लाइड हो रही है जिससे जान का खतरा बना हुआ है।

Uttarakhand: रुद्रप्रयाग में भारी बारिश से सड़कें बंद, जनजीवन प्रभावित, राहत कार्य जारी

केदारनाथ में बारिश से बढ़ी ठंड

केदारनाथ धाम में भी लगातार बारिश जारी है, जिससे तापमान में भारी गिरावट आई है। धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ तो है लेकिन ठंड और बारिश ने यात्रा को कठिन बना दिया है। श्रद्धालुओं का कहना है कि जो कल दर्शन के लिए पहुंचे, उन्हें भगवान के दर्शन मिल गए, लेकिन आज वहां पहुंचना मुश्किल हो चुका है।

Exit mobile version