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Haridwar News: दो साल की चुप्पी टूटी… आखिरकार सुरेश राठौर ने सबके सामने कबूला रिश्ता

उत्तराखंड की राजनीति और सिनेमा जगत से जुड़ा एक बहुचर्चित मामला आखिरकार सुलझ गया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: Poonam Rajput
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Haridwar News: दो साल की चुप्पी टूटी… आखिरकार सुरेश राठौर ने सबके सामने कबूला रिश्ता

हरिद्वार: उत्तराखंड की राजनीति और सिनेमा जगत से जुड़ा एक बहुचर्चित मामला आखिरकार सुलझ गया है। ज्वालापुर से पूर्व भाजपा विधायक सुरेश राठौर ने रविवार को फिल्म अभिनेत्री उर्मिला सनावर को सार्वजनिक रूप से अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार कर लिया, जिससे पिछले दो वर्षों से चल रहा विवाद खत्म हो गया। यह घोषणा हरिद्वार के जीपीओ रोड स्थित एक सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान की गई, जहां दोनों एक-दूसरे का हाथ थामे नजर आए।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक,    इस खास मौके पर उर्मिला ने पारंपरिक दुल्हन की तरह सजी-धजी उपस्थिति दर्ज कराई, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि यह सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक भावनात्मक और सामाजिक स्वीकृति थी।

सुरेश राठौर ने कहा, “उर्मिला का प्यार सच्चा था। हमारे बीच कुछ गलतफहमियां थीं, जो कुछ लोगों ने जानबूझकर पैदा की थीं। लेकिन अब वे सभी भ्रम समाप्त हो गए हैं। मैंने अपने परिवार और पहली पत्नी को भी इस विषय में समझा दिया है। अब उर्मिला को लेकर कोई विवाद नहीं है।”

रिश्ते को सार्वजनिक किया

ज्ञात हो कि पिछले दो वर्षों से यह मामला लगातार सुर्खियों में था। अभिनेत्री उर्मिला ने कई बार सोशल मीडिया के माध्यम से अपने रिश्ते को सार्वजनिक किया था और विवाह का अधिकार मांगा था। उन्होंने राठौर पर सार्वजनिक रूप से पहचान देने से बचने का आरोप लगाया था।

अब जब सुरेश राठौर ने सार्वजनिक रूप से विवाह को स्वीकार किया है, तो उर्मिला ने भी अपनी भावनाएं साझा करते हुए कहा, “मैंने कभी हार नहीं मानी, क्योंकि मेरा प्यार सच्चा था। मुझे विश्वास था कि एक दिन न्याय जरूर मिलेगा और आज वही दिन है।”

हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया कि वह फिलहाल सुरेश राठौर के साथ नहीं रहेंगी, क्योंकि उनके मकान पर हुए हमले की साजिश का खुलासा अभी तक नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में सदर बाजार कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई है और उन्हें अब भी जान का खतरा महसूस हो रहा है।

राठौर ने भी इस हमले पर चिंता जताते हुए कहा कि उर्मिला को किसी भी तरह की धमकी या कब्जे की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा, “अब कोई भी उर्मिला की तरफ आंख उठाकर नहीं देख सकता।”

हालांकि, इस सार्वजनिक घोषणा को राजनीतिक और पारिवारिक दबाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है, लेकिन राठौर ने इन बातों को नकारते हुए कहा, “त्रेता युग हो या द्वापर, सच्चा प्रेम कभी हारता नहीं। आज हमारे प्रेम की भी जीत हुई है।” यह घटनाक्रम न सिर्फ दोनों के रिश्ते को मजबूती देता है, बल्कि समाज के लिए यह संदेश भी देता है कि जब रिश्ते सच्चे हों, तो वे किसी भी कठिनाई को पार कर सकते हैं। उर्मिला और राठौर की यह सार्वजनिक एकता प्यार, संघर्ष और सामाजिक स्वीकृति की मिसाल बनकर सामने आई है।

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