Haridwar: उत्तराखंड के हरिद्वार के उत्तरी क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक निर्माणाधीन भवन से राजमिस्त्री का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। घटना शांतिकुंज के पास की बताई जा रही है।
मृतक की पहचान 35 वर्षीय रामनिवास पुत्र रामसहाय निवासी पुंवाया, जनपद शाहजहांपुर (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। रिपोर्ट आने पर हत्या की पुष्टि हुई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोला राज
शुरुआती जांच में पुलिस इसे हादसा मान रही थी, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पूरी कहानी बदल दी। रिपोर्ट के मुताबिक, रामनिवास की गला दबाकर हत्या की गई थी। गले पर निशान और शरीर पर संघर्ष के संकेत मिले। इसके बाद पुलिस ने ठेकेदार और वहां काम करने वाले सभी मजदूरों से पूछताछ शुरू की।
13 अक्टूबर की रात हुआ था विवाद
पूछताछ में खुलासा हुआ कि 13 अक्टूबर की रात मृतक रामनिवास का साथी मजदूर सतेंद्र निवासी गांव खटकी, परीक्षितगढ़ (मेरठ) से 200 रुपये को लेकर झगड़ा हुआ था। कहा जा रहा है कि रामनिवास ने सतेंद्र से उधार लिए 200 रुपये लौटाने से इनकार किया था, जिस पर दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। गुस्से में आकर सतेंद्र ने रामनिवास को धमकी दी थी। अगले ही दिन सुबह रामनिवास मृत पाया गया।
हत्या के बाद गायब हुआ आरोपी
घटना के बाद से आरोपी मजदूर सतेंद्र लापता है। पुलिस ने जब उससे संपर्क करने की कोशिश की तो उसका मोबाइल बंद मिला और ठिकाने पर ताला लगा हुआ पाया गया।
शहर कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि सतेंद्र के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम मेरठ और आसपास के इलाकों में दबिश दे रही है। जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा।
घटनास्थल पर जुटे स्थानीय लोग
घटनास्थल पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और मजदूरों की भीड़ जमा हो गई थी। पुलिस ने किसी तरह स्थिति को संभाला। स्थानीय लोगों का कहना है कि मामूली पैसों के लिए जान लेना बेहद अमानवीय है। कई मजदूरों ने बताया कि रामनिवास शांत स्वभाव का व्यक्ति था और अक्सर काम के बाद कमरे पर ही आराम करता था। किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि पैसों की बहस इतनी बड़ी घटना में बदल जाएगी।
हरिद्वार के डॉक्टर का फोन बजा और शुरू हो गई रंगदारी की दहशत, जानिए पूरा मामला
पुलिस की जांच जारी
पुलिस का कहना है कि आरोपी की गिरफ्तारी के बाद घटना की सटीक वजह और स्पष्ट होगी। फिलहाल हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज कर जांच जारी है। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से सबूत जुटाए हैं, जिनमें कपड़े, मोबाइल और कुछ औजार शामिल हैं। पुलिस का मानना है कि हत्या के दौरान आरोपी ने गला दबाने के लिए किसी कपड़े या रस्सी का इस्तेमाल किया होगा।

