जॉली ग्रांट एयरपोर्ट–ऋषिकेश मार्ग पर देर रात जंगली हाथी की आवाजाही ने लोगों में कौतूहल मचा दिया। वाहन चालक और राहगीर रुककर वीडियो बनाने लगे, जबकि प्रशासन ने सुरक्षित दूरी और सतर्कता बरतने की अपील की।

देर रात हाथी की चहल-कदमी ने मचाई हलचल
Dehradun: जॉली ग्रांट एयरपोर्ट से ऋषिकेश को जोड़ने वाले प्रमुख मार्ग पर देर रात एक जंगली हाथी के अचानक दिखाई देने से सड़क पर हलचल मच गई। राहगीरों और वाहन चालकों ने हाथी की चहल-कदमी देख हैरानी और उत्सुकता व्यक्त की। कुछ समय के लिए सड़क पर आवाजाही प्रभावित रही।
घटना के दौरान कई लोग अपने वाहनों को रोककर हाथी का वीडियो बनाने लगे। वन्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के व्यवहार से हाथी या अन्य वन्यजीवों के आक्रामक होने का खतरा बढ़ जाता है। वहीं, सड़क पर भीड़ जमा होने से स्थिति कुछ समय के लिए संवेदनशील हो गई।
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बताया जा रहा है कि यह क्षेत्र वन्यजीव गलियारे के अंतर्गत आता है। यहां हाथियों की आवाजाही सामान्य है। हालांकि, मानव और जंगली जानवर के बीच दूरी बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। विशेषज्ञों के अनुसार, हाथी आमतौर पर शांत स्वभाव के होते हैं, लेकिन जब उन्हें डर या बाधा महसूस होती है तो वे आक्रामक हो सकते हैं।
वन विभाग और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि इस तरह की घटनाओं में शांति बनाए रखें और सुरक्षित दूरी से जंगली जानवरों का अवलोकन करें।
अपील में शामिल मुख्य बातें:
2. तेज हॉर्न, फ्लैश लाइट या शोर करने से बचें।
3. हाथियों और अन्य वन्यजीवों को रास्ता दें।
4. ऐसी घटनाओं की तुरंत सूचना वन विभाग या पुलिस को दें।
5. रात के समय जंगल से सटे मार्गों पर विशेष सतर्कता बरतें।
वन विशेषज्ञों ने कहा कि थोड़ी सी लापरवाही गंभीर हादसे का कारण बन सकती है। हाथी और अन्य जंगली जानवर, जब डर या उत्तेजना महसूस करते हैं, तो वे अप्रत्याशित प्रतिक्रिया दे सकते हैं। इसलिए, न केवल अपने जीवन की सुरक्षा बल्कि वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार व्यवहार अपनाना जरूरी है।
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विशेषज्ञों का कहना है कि हाथी या अन्य जंगली जानवरों को देखकर उत्सुक होना स्वाभाविक है, लेकिन उन्हें परेशान करने या पास जाकर वीडियो बनाने से हतोत्साहित करना ही सबसे सुरक्षित तरीका है। वन्यजीवों के साथ सुरक्षित दूरी बनाए रखना और उनकी प्राकृतिक गतिविधियों का सम्मान करना हमारी जिम्मेदारी है।