धनपुरा पथरी सामूहिक दुष्कर्म केस: मुख्य आरोपी के बाद दोनों नाबालिग भी गिरफ्तार

धनपुरा पथरी गैंगरेप मामले में हरिद्वार पुलिस ने तेज़ और निर्णायक कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्त में ले लिया है। कप्तान परमेंद्र सिंह डोभाल की सख्त मॉनिटरिंग और लगातार दबिश के चलते पुलिस ने पहले ही 15 घंटे के भीतर मुख्य आरोपी अरविंद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अब, 12 अगस्त की सुबह शेष दोनों आरोपियों को भी दबोच लिया गया है। जांच में यह सामने आया कि दोनों आरोपी नाबालिक हैं।

Post Published By: Poonam Rajput
Updated : 12 August 2025, 6:50 PM IST

Haridwar: धनपुरा पथरी सामूहिक दुष्कर्म  मामले में हरिद्वार पुलिस ने तेज़ और निर्णायक कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्त में ले लिया है। कप्तान परमेंद्र सिंह डोभाल की सख्त मॉनिटरिंग और लगातार दबिश के चलते पुलिस ने पहले ही 15 घंटे के भीतर मुख्य आरोपी अरविंद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अब, 12 अगस्त की सुबह शेष दोनों आरोपियों को भी दबोच लिया गया है। जांच में यह सामने आया कि दोनों आरोपी नाबालिक हैं। नियमों के अनुसार, उन्हें संरक्षण में लेकर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है और किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा।

यह मामला 9 अगस्त 2025 का है, जब धनपुरा पथरी निवासी एक व्यक्ति ने थाना पथरी में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में बताया गया कि गांव के अरविंद और दो अन्य व्यक्तियों ने उसकी नाबालिक बेटी को फैक्ट्री के पास बने एक सुनसान मकान में ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया। वारदात के बाद, पकड़े जाने के डर से आरोपियों ने पीड़िता को छत से नीचे फेंक दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। फिलहाल पीड़िता अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।

शिकायत दर्ज होते ही थाना पथरी पुलिस ने मुकदमा संख्या 471/25 धारा 137(2), 87, 70(2), 109 BNS तथा 5(g)/6 पास्को एक्ट के तहत मामला दर्ज कर तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी। एसएसपी परमेंद्र सिंह डोभाल ने पुलिस टीम को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी कीमत पर सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने साथ ही यह भी अपील की कि मामले को किसी भी प्रकार से धार्मिक रंग देने का प्रयास न किया जाए, क्योंकि प्राथमिकता पीड़िता को न्याय दिलाना है।

इस त्वरित और प्रभावी कार्रवाई में वरिष्ठ उप निरीक्षक यशवीर सिंह नेगी, महिला उप निरीक्षक कल्पना शर्मा, कांस्टेबल जयपाल चौहान और कांस्टेबल मुकेश चौहान की अहम भूमिका रही। पुलिस टीम के इस प्रयास से पीड़िता और उसके परिवार को न्याय की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मिला है।

हरिद्वार पुलिस का कहना है कि कानून के तहत सख्त कार्रवाई जारी रहेगी और पीड़िता को न्याय दिलाने में कोई भी कमी नहीं छोड़ी जाएगी। यह कार्रवाई न केवल पुलिस की सक्रियता और संवेदनशीलता को दर्शाती है, बल्कि समाज को यह संदेश भी देती है कि ऐसे जघन्य अपराधों में दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।

Location : 
  • Haridwar

Published : 
  • 12 August 2025, 6:50 PM IST