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Uttarakhand: डोईवाला नगर पालिका की बड़ी लापरवाही, निजी भूमि पर बना दी सड़क, जमीन मालिक ने जताई आपत्ति

डोईवाला नगर पालिका पर निजी जमीन पर सड़क बनाने का आरोप लगा है। वार्ड नंबर 1 के निवासी सुदेश कुमार शर्मा ने आपत्ति जताते हुए काम रुकवा दिया और शिकायत दर्ज कराई। नगर पालिका ने जांच शुरू कर दी है और कहा है कि आपत्तिकर्ता व स्थानीय लोगों को बुलाकर समाधान खोजा जाएगा।
Post Published By: Mayank Tawer
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Uttarakhand: डोईवाला नगर पालिका की बड़ी लापरवाही, निजी भूमि पर बना दी सड़क, जमीन मालिक ने जताई आपत्ति

Dehradun: डोईवाला नगर पालिका की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है, जहां नगर पालिका ने बिना भूमि स्वामी की अनुमति के निजी जमीन पर सड़क का निर्माण शुरू कर दिया। इस पर भूमि स्वामी सुदेश कुमार शर्मा निवासी वार्ड नंबर 1 ऋषिकेश रोड क्षेत्र ने कड़ी आपत्ति जताते हुए निर्माण कार्य रुकवा दिया है।

क्या है पूरा मामला?

जानकारी के मुताबिक डोईवाला नगर पालिका द्वारा वार्ड नंबर 1 के घराट गली क्षेत्र में एक गली नुमा सड़क का निर्माण कराया जा रहा था। काम अभी प्रारंभिक चरण में ही था, जब जमीन के मालिक सुदेश कुमार शर्मा को इस बात की जानकारी मिली कि नगर पालिका की मशीनरी उनकी निजी भूमि पर निर्माण कार्य कर रही है।

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बिना अनुमति निर्माण का कोई अधिकार नहीं

सुदेश शर्मा ने तत्काल मौके पर पहुंचकर काम रुकवाया और नगर पालिका के अधिकारियों को इस संबंध में लिखित शिकायत दी। उन्होंने बताया कि यह भूमि वर्ष 1962 में रजिस्ट्री के तहत उनके परिवार के नाम दर्ज है और इस पर नगर पालिका को बिना अनुमति निर्माण का कोई अधिकार नहीं है।

पीड़ित ने कहा- अब कोर्ट जाऊंगा

सुदेश शर्मा ने कहा, “यह सड़क पूरी तरह से मेरी निजी भूमि पर बनाई जा रही थी। बिना किसी पूर्व सूचना या अनुमति के नगर पालिका ने काम शुरू करवा दिया। मैंने आपत्ति जताई है और अगर उचित कार्रवाई नहीं की गई तो मैं न्यायालय की शरण लूंगा।

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इलाके में इस बात की भी चर्चा

शिकायत मिलने के बाद नगर पालिका प्रशासन ने तत्काल निर्माण कार्य को रोक दिया है। वहीं, दूसरी ओर कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग का लंबे समय से उपयोग किया जा रहा है और यह रास्ता आम लोगों की सुविधा के लिए जरूरी है। अब जब पालिका ने इसे पक्का बनाने की प्रक्रिया शुरू की, तब विवाद खड़ा हो गया।

राजस्व अभिलेखों में सरकारी सड़क के रूप में दर्ज नहीं

स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह मार्ग वर्षों से सार्वजनिक उपयोग में है, इसलिए इसे पक्का करने में कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। हालांकि, भूमि स्वामी का दावा है कि रास्ते का उपयोग अस्थायी रूप से लोगों की सुविधा के लिए किया गया था, लेकिन यह भूमि कभी भी राजस्व अभिलेखों में सरकारी सड़क के रूप में दर्ज नहीं की गई।

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