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Cyber Crime: डीएम जौनपुर के नाम पर ठगी! फर्जी फेसबुक अकाउंट से बेचा जा रहा था फर्नीचर, जानें पूरा मामला

यूपी के जौनपुर जिले में जालसाजों ने डीएम के नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर फर्नीचर बेचने का ऑफर दिया, जिसके बाद से खलबली मची हुई है।
Post Published By: सौम्या सिंह
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Cyber Crime: डीएम जौनपुर के नाम पर ठगी! फर्जी फेसबुक अकाउंट से बेचा जा रहा था फर्नीचर, जानें पूरा मामला

Jaunpur: साइबर ठगों की हिम्मत अब किसी सीमा में नहीं रह गई है। अब आम आदमी ही नहीं, बड़े सरकारी अधिकारी भी इनकी ठगी का निशाना बन रहे हैं। ताजा मामला जौनपुर से सामने आया है, जहां अज्ञात साइबर अपराधियों ने जिलाधिकारी (डीएम) जौनपुर के नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर लोगों को ठगने की कोशिश की।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस फर्जी अकाउंट से कुछ लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी गई और फिर उन्हें फर्नीचर व सेकेंड हैंड सामान खरीदने का झांसा दिया गया। जालसाजों ने डीएम की तस्वीर लगाकर एक नकली प्रोफाइल बनाई और उससे लोगों को संदेश भेजा गया कि उनके एक मित्र, जो सीआरपीएफ में कार्यरत हैं, घर का फर्नीचर और कुछ सामान सस्ते में बेचना चाहते हैं।

जैसे ही इस तरह के संदेश एक व्यक्ति को मिले, उसने तुरंत डीएम से संपर्क कर मामले की जानकारी दी। डीएम डॉ. दिनेश चंद्र ने भी स्थिति की गंभीरता को समझते हुए तुरंत इस पूरे मामले की शिकायत साइबर क्राइम सेल में दर्ज कराई।

डीएम ने किया सतर्क रहने का आग्रह

डीएम जौनपुर ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर एक पोस्ट साझा करते हुए जनता से अपील की है कि उनके नाम से बनाई गई इस फर्जी फेसबुक आईडी से आने वाली किसी भी फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार न करें और तुरंत ब्लॉक कर दें। साथ ही, उस अकाउंट से भेजे गए किसी भी मैसेज या ऑफर पर विश्वास न करें।

जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र

उन्होंने लिखा, ‘मेरे नाम से कोई व्यक्ति फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर लोगों को गुमराह कर रहा है। कृपया सतर्क रहें और इस प्रकार के किसी भी संदिग्ध अकाउंट या संदेश की सूचना तुरंत दें।’

साइबर ठगों की नई चालाकी

साइबर अपराधी अब लोगों का भरोसा जीतने के लिए उनकी जान-पहचान या प्रसिद्ध शख्सियतों की फर्जी पहचान का इस्तेमाल कर रहे हैं। जब किसी बड़े अधिकारी का नाम सामने आता है, तो लोग झांसे में जल्दी आ जाते हैं। यही वजह है कि डीएम जैसे उच्च पदस्थ अधिकारी के नाम का दुरुपयोग कर ठगी की कोशिश की गई।

एफआईआर दर्ज, जांच शुरू

साइबर क्राइम सेल ने डीएम की शिकायत के आधार पर अज्ञात जालसाजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह फर्जी अकाउंट कहां से बनाया गया, किस आईपी एड्रेस से ऑपरेट किया गया और इसके पीछे किसका हाथ है।

जनता के लिए चेतावनी

इस घटना के बाद पुलिस और प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि किसी भी ऑनलाइन ऑफर या मेसेज पर आंख बंद करके भरोसा न करें, चाहे वह किसी बड़े अधिकारी या जान-पहचान वाले के नाम से ही क्यों न आए।

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