उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था और अपराध को लेकर सियासत एक बार फिर गरमा गई है। कानपुर जिले में आवारा कुत्तों पर नियंत्रण के लिए जारी आदेश को लेकर बाराबंकी से समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक गौरव रावत ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है।

Lucknow: उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था और अपराध को लेकर सियासत एक बार फिर गरमा गई है। कानपुर जिले में आवारा कुत्तों पर नियंत्रण के लिए जारी आदेश को लेकर बाराबंकी से समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक गौरव रावत ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सपा लंबे समय से आवारा पशुओं और कुत्तों की समस्या को लेकर सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग करती रही है, लेकिन सरकार ने इस दिशा में गंभीरता नहीं दिखाई।
सपा विधायक ने कहा कि आवारा कुत्तों और पशुओं की वजह से आम जनता, खासकर बच्चे और बुजुर्ग, असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। ऐसे में सरकार को केवल आदेश जारी करने के बजाय जमीनी स्तर पर प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए।
भाजपा द्वारा सपा पर अपराधियों को संरक्षण देने के आरोपों का जवाब देते हुए गौरव रावत ने कहा कि भाजपा खुद “वॉशिंग मशीन” बन चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि जो भी अपराधी भाजपा में शामिल हो जाता है, उसके पुराने गुनाह अपने आप धुल जाते हैं।
यूपी में जीरो टॉलरेंस नीति पर सवाल उठाते हुए सपा विधायक ने स्पष्ट कहा कि उनकी पार्टी की हमेशा से यही मांग रही है कि अपराधी चाहे किसी भी दल का हो, कार्रवाई अपराध देखकर होनी चाहिए, न कि पार्टी देखकर।
Lucknow: उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था और अपराध को लेकर सियासत एक बार फिर गरमा गई है। कानपुर जिले में आवारा कुत्तों पर नियंत्रण के लिए जारी आदेश को लेकर बाराबंकी से समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक गौरव रावत ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सपा लंबे समय से आवारा पशुओं और कुत्तों की समस्या को लेकर सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग करती रही है, लेकिन सरकार ने इस दिशा में गंभीरता नहीं दिखाई।
सपा विधायक ने कहा कि आवारा कुत्तों और पशुओं की वजह से आम जनता, खासकर बच्चे और बुजुर्ग, असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। ऐसे में सरकार को केवल आदेश जारी करने के बजाय जमीनी स्तर पर प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए।
भाजपा द्वारा सपा पर अपराधियों को संरक्षण देने के आरोपों का जवाब देते हुए गौरव रावत ने कहा कि भाजपा खुद “वॉशिंग मशीन” बन चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि जो भी अपराधी भाजपा में शामिल हो जाता है, उसके पुराने गुनाह अपने आप धुल जाते हैं।
यूपी में जीरो टॉलरेंस नीति पर सवाल उठाते हुए सपा विधायक ने स्पष्ट कहा कि उनकी पार्टी की हमेशा से यही मांग रही है कि अपराधी चाहे किसी भी दल का हो, कार्रवाई अपराध देखकर होनी चाहिए, न कि पार्टी देखकर।