गोरखपुर में पुलिस ने क्षेत्र में बीते दिनों हुई चोरी की वारदात का खुलासा करते हुए दो शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से सोने-चांदी के आभूषण बरामद किए हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक नगर के मार्गदर्शन तथा क्षेत्राधिकारी कैंट के पर्यवेक्षण में गठित टीम ने यह कार्रवाई की।

Gorakhpur: चोरी की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत खोराबार पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। थाना क्षेत्र में बीते दिनों हुई चोरी की वारदात का खुलासा करते हुए पुलिस ने दो शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से सोने-चांदी के आभूषण बरामद किए हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक नगर के मार्गदर्शन तथा क्षेत्राधिकारी कैंट के पर्यवेक्षण में गठित टीम ने यह कार्रवाई की।
थाना खोराबार में दर्ज मुकदमा संख्या 756/25 में वादी ने तहरीर देते हुए बताया था कि दिनांक 03 दिसंबर 2025 की रात अज्ञात चोरों ने घर का दरवाजा और ताला तोड़कर अलमारी व बक्से की तलाशी ली तथा मंगलसूत्र का लॉकेट, कान की बाली, पायल और नकदी रकम चोरी कर ली। घटना के बाद पुलिस ने तत्काल मुकदमा पंजीकृत कर छानबीन शुरू कर दी।
गत घटनाक्रमों और तकनीकी सर्विलांस के आधार पर पुलिस टीम को दो संदिग्धों के बारे में जानकारी मिली। मंगलवार देर रात छापेमारी के दौरान पुलिस ने दोनों अभियुक्तों—
विकास पासवान पुत्र अर्जून पासवान . साहस पासवान पुत्र स्व. राधेश्याम पासवान,
दोनों निवासी जंगल चवरी लोनिया टोला, को चोरी किए गए सामान के साथ गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने इनके कब्जे से दो अदद पायल (सफेद धातु), दो अदद कान की बाली (पीली धातु) तथा एक पीली धातु का लॉकेट बरामद किया, जिनकी पहचान वादी द्वारा की गई। बरामदगी के आधार पर मुकदमे में पहले से दर्ज धाराओं 305(ए) व 331(4) के साथ धारा 317(2) की बढ़ोतरी भी की गई है। पुलिस के अनुसार दोनों अभियुक्त पेशेवर चोर हैं और आसपास के क्षेत्रों में भी चोरी की कई घटनाओं में इनकी संलिप्तता की जांच की जा रही है।
इस कार्रवाई में खोराबार थानाध्यक्ष के मार्गदर्शन में गठित पुलिस टीम—उपनिरीक्षक रविशंकर तिवारी, उपनिरीक्षक ओमप्रकाश यादव, कांस्टेबल राजेश पाठक, प्रदीप कुमार, पिंटू चौहान एवं ऋतुबसंत सिंह—ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
फिलहाल दोनों अभियुक्तों को न्यायिक प्रक्रिया के लिए कोर्ट भेजा जा रहा है। पुलिस टीम मामले की आगे की जांच कर रही है तथा यह भी पता लगाया जा रहा है कि चोरी की इस घटना में कोई और व्यक्ति शामिल था या नहीं। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से स्थानीय लोगों में संतोष है और क्षेत्र में सुरक्षा एवं कानून-व्यवस्था को लेकर विश्वास भी मजबूत हुआ है।
Gorakhpur: चोरी की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत खोराबार पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। थाना क्षेत्र में बीते दिनों हुई चोरी की वारदात का खुलासा करते हुए पुलिस ने दो शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से सोने-चांदी के आभूषण बरामद किए हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक नगर के मार्गदर्शन तथा क्षेत्राधिकारी कैंट के पर्यवेक्षण में गठित टीम ने यह कार्रवाई की।
थाना खोराबार में दर्ज मुकदमा संख्या 756/25 में वादी ने तहरीर देते हुए बताया था कि दिनांक 03 दिसंबर 2025 की रात अज्ञात चोरों ने घर का दरवाजा और ताला तोड़कर अलमारी व बक्से की तलाशी ली तथा मंगलसूत्र का लॉकेट, कान की बाली, पायल और नकदी रकम चोरी कर ली। घटना के बाद पुलिस ने तत्काल मुकदमा पंजीकृत कर छानबीन शुरू कर दी।
गत घटनाक्रमों और तकनीकी सर्विलांस के आधार पर पुलिस टीम को दो संदिग्धों के बारे में जानकारी मिली। मंगलवार देर रात छापेमारी के दौरान पुलिस ने दोनों अभियुक्तों—
विकास पासवान पुत्र अर्जून पासवान . साहस पासवान पुत्र स्व. राधेश्याम पासवान,
दोनों निवासी जंगल चवरी लोनिया टोला, को चोरी किए गए सामान के साथ गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने इनके कब्जे से दो अदद पायल (सफेद धातु), दो अदद कान की बाली (पीली धातु) तथा एक पीली धातु का लॉकेट बरामद किया, जिनकी पहचान वादी द्वारा की गई। बरामदगी के आधार पर मुकदमे में पहले से दर्ज धाराओं 305(ए) व 331(4) के साथ धारा 317(2) की बढ़ोतरी भी की गई है। पुलिस के अनुसार दोनों अभियुक्त पेशेवर चोर हैं और आसपास के क्षेत्रों में भी चोरी की कई घटनाओं में इनकी संलिप्तता की जांच की जा रही है।
इस कार्रवाई में खोराबार थानाध्यक्ष के मार्गदर्शन में गठित पुलिस टीम—उपनिरीक्षक रविशंकर तिवारी, उपनिरीक्षक ओमप्रकाश यादव, कांस्टेबल राजेश पाठक, प्रदीप कुमार, पिंटू चौहान एवं ऋतुबसंत सिंह—ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
फिलहाल दोनों अभियुक्तों को न्यायिक प्रक्रिया के लिए कोर्ट भेजा जा रहा है। पुलिस टीम मामले की आगे की जांच कर रही है तथा यह भी पता लगाया जा रहा है कि चोरी की इस घटना में कोई और व्यक्ति शामिल था या नहीं। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से स्थानीय लोगों में संतोष है और क्षेत्र में सुरक्षा एवं कानून-व्यवस्था को लेकर विश्वास भी मजबूत हुआ है।