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Pilibhit News: आखिरकार पकड़ी गई किसानों पर हमला करने वाली बाघिन, सात दिन तक चला रेस्क्यू

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में दो किसानों की जान लेने वाली खतरनाक बाघिन पकड़ी गई। पूरी खबर के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
Post Published By: Tanya Chand
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Pilibhit News: आखिरकार पकड़ी गई किसानों पर हमला करने वाली बाघिन, सात दिन तक चला रेस्क्यू

पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में वन विभाग को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है, जहां उन्होंने जिले में दो किसानों को मारने वाली बाघिन को पकड़ लिया है। बता दें कि वन विभाग की टीम ने पकड़ी गई बाघिन को पिंजरे में कैद कर दिया है। बाघिन ने 14 और 18 मई यानी दो दिन के बीच दो किसानों पर हमला कर उनकी जान ले ली थी।

सात दिन तक चला बाघिन रेस्क्यू प्लान
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, इस घटना के बाद से 5 से अधिक गांवों में दहशत का माहौल बना हुआ था, जो अब जाकर शांत हो गया है। जैसा ही ग्रामीणों ने बाघिन के हमले का विरोध किया उसके बाद ही वन विभाग की टीम ने बाघिन को रेस्क्यू करने का प्लान बनाया। यह रेस्क्यू प्लान 7 दिन तक चला और अंतिम प्रयासों के बाद बाघिन को पकड़ लिया गया।

चिकित्सकों की निगरानी में रखी गई बाघिन
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पीलीभीत से रेस्क्यू की गई बाघिन को अभी फिलहाल चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है। जहां प्राथमिक जांच में पता चला कि बाघिन पूरी तरह से स्वस्थ है। वहीं, बाघिन को कहां छोड़ जाए, इसको लेकर शासन स्तर से विचार विमर्श कर रही है।

डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने क्या कहा ?
बताते चलें कि शासन से निर्देश आने के बाद ही बाघिन को कहीं छोड़ा जाएगा। मामले को लेकर पीलीभीत टाइगर रिजर्व की डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि बाघिन को सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर निगरानी के बीच रखा गया है। लोगों को अब घबराने की जरूरत नहीं है वो पूरी तरह से सुरक्षित है।

स्थानीय लोगों की मांग पर चला रेस्क्यू
बता दें कि स्थानीय लोगों की मांग पर शाहजहांपुर के वन विभाग ने पीलीभीत टाइगर रिजर्व की टीम के साथ मिलकर बाघिन को पकड़ने का अभियान शुरू किया था, जो कई दिनों के प्रयास के बाद रविवार की देर शाम को सफल हुआ। जिसके बाद स्थानीय लोगों से लेकर टीम के सभी कर्मचारी को राहत की सांस मिली। पीलीभीत टाइगर रिजर्व के पशु चिकित्सक डॉ. दक्ष गंगवार के नेतृत्व में बाघिन को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। अब जिले में किसी भी तरह का कोई कहर नहीं छाया हुआ है।

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