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नेपाल से भारत लौट रहे युवकों पर SSB की बड़ी कार्रवाई, सात युवक गिरफ्तार

SSB ने एक बार फिर सतर्कता दिखाते हुए सात संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया है। मामसे की पूरी जानकारी के लिए पढ़िए पूरी खबर
Post Published By: Jaya Pandey
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नेपाल से भारत लौट रहे युवकों पर SSB की बड़ी कार्रवाई, सात युवक गिरफ्तार

Bahraich: भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तैनात SSB (सशस्त्र सीमा बल) ने एक बार फिर सतर्कता दिखाते हुए सात संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया है। यह कार्रवाई रुपईडीहा सीमा चौकी पर उस समय की गई जब नेपाल से भारत लौट रहे युवकों के पास प्रतिबंधित वॉकी-टॉकी उपकरण पाए गए। पूछताछ के बाद सभी युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता से मिली जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए युवक उत्तर प्रदेश के बहराइच, बिजनौर, कुशीनगर और महाराष्ट्र के पुणे जनपदों के रहने वाले बताए जा रहे हैं। एसएसबी के जवानों ने चेकिंग के दौरान इन सभी युवकों को संदिग्ध मानते हुए उनकी तलाशी ली, जिसमें उनके पास से प्रतिबंधित दूर संचार उपकरण वॉकी-टॉकी बरामद किए गए।

नेपाल में कैटरिंग

पूछताछ में युवकों ने बताया कि वे सभी नेपाल में कैटरिंग का काम करने गए थे और कार्य स्थल पर संपर्क बनाए रखने के लिए वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल करते थे। उनका दावा था कि इन उपकरणों का इस्तेमाल केवल कार्य से जुड़े आपसी समन्वय के लिए किया जाता था, न कि किसी गैरकानूनी गतिविधि के लिए।

वॉकी-टॉकी उपकरणों का उपयोग

हालांकि, SSB और पुलिस ने यह स्पष्ट किया कि भारत में वॉकी-टॉकी उपकरणों का उपयोग बिना लाइसेंस के पूरी तरह प्रतिबंधित है और यह दूर संचार अधिनियम का उल्लंघन है। इस आधार पर सभी सात युवकों के खिलाफ दूर संचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।

न्यायिक हिरासत में भेजा जेल

बहराइच पुलिस द्वारा मामले की पुष्टि करते हुए बताया गया कि गिरफ्तार युवकों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। साथ ही बरामद वॉकी-टॉकी उपकरणों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इनका उपयोग किसी संदिग्ध गतिविधि में तो नहीं किया गया।

सीमा पर सतर्कता

इंडो-नेपाल बॉर्डर की संवेदनशीलता को देखते हुए SSB और स्थानीय पुलिस की ओर से सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। सुरक्षा एजेंसियां इस बात की भी जांच कर रही हैं कि कहीं इन उपकरणों के जरिए सीमा पार कोई सूचना आदान-प्रदान या तस्करी से जुड़ी गतिविधि तो नहीं हो रही थी।

सुरक्षाबलों की सक्रियता

यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि सीमा पर तैनात सुरक्षाबलों की सक्रियता से कई संभावित खतरे टल जाते हैं। फिलहाल, पुलिस और खुफिया एजेंसियां मामले की गहराई से जांच कर रही हैं, और अन्य संदिग्ध कड़ियों को खंगाला जा रहा है।

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