Site icon Hindi Dynamite News

महराजगंज में दुकानदार नन्द पटवा का फंदे से लटकता मिला शव, जांच में जुटी पुलिस

नगर में एक दुकानदार का शव उसी के घर में फंदे से लटकता मिला है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: Poonam Rajput
Published:
महराजगंज में दुकानदार नन्द पटवा का फंदे से लटकता मिला शव, जांच में जुटी पुलिस

महराजगंज: नगर के इंदिरा नगर मोहल्ले में शनिवार सुबह उस समय सनसनी फैल गई, जब एक दुकानदार का शव उसकी ही दुकान में फंदे से लटका मिला। मृतक की पहचान 55 वर्षीय नन्द पटवा के रूप में हुई है, जो वर्षों से मोहल्ले में जनरल स्टोर की दुकान चलाता था।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि नन्द पटवा बीते कुछ समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहा था और समूह से लिए गए कर्ज को चुकता न कर पाने के चलते मानसिक तनाव में था।

स्थानीय लोगों के अनुसार

स्थानीय लोगों के अनुसार, नन्द पटवा रोज की तरह सुबह लगभग 4 बजे दुकान पर गया था। जब कई घंटे बाद भी दुकान नहीं खुली और भीतर से कोई हलचल नहीं हुई, तो मोहल्ले के कुछ लोगों ने झांककर देखा। भीतर का दृश्य देख सबके होश उड़ गए। नन्द पटवा का शव दुकान के अंदर रस्सी के सहारे छत से लटका हुआ था। तुरंत इसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी गई।

पड़ोसियों से पूछताछ शुरू

घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी सत्येंद्र राय पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का कारण आर्थिक तंगी और कर्ज का बोझ सामने आ रहा है। हालांकि, घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। पुलिस ने परिजनों और पड़ोसियों से पूछताछ शुरू कर दी है।

थाना प्रभारी सत्येंद्र राय ने दी ये जानकारी 

थाना प्रभारी सत्येंद्र राय (Station Incharge Satyendra Rai) ने जानकारी दी कि मृतक ने किसी स्वयं सहायता समूह से आर्थिक सहायता के रूप में ऋण लिया था, जिसे वह तय समयसीमा के भीतर चुकाने में असमर्थ था। यह आर्थिक दबाव उसके ऊपर मानसिक रूप से भारी पड़ रहा था और वह लंबे समय से तनाव और चिंता में जी रहा था। लगातार कर्ज की वसूली और भुगतान न कर पाने की चिंता ने उसकी मानसिक स्थिति को और भी अधिक कमजोर कर दिया था। पुलिस इस घटना की गहनता से जांच कर रही है और आत्महत्या की आशंका के साथ-साथ अन्य सभी संभावित कारणों और कोणों की भी जांच की जा रही है।

Exit mobile version