Maharajganj: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले के प्रशासनिक ढांचे में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। सदर उप जिलाधिकारी (एसडीएम) रमेश कुमार का तबादला कर दिया गया है। विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, रमेश कुमार का प्रमोशन के बाद लखनऊ स्थित उत्तर प्रदेश चीनी मिल संघ में नई जिम्मेदारी दी गई है। उनके स्थान पर फिलहाल किसी नए अधिकारी की तैनाती नहीं हुई है, जिससे प्रशासनिक हलकों में कयासों का दौर शुरू हो गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, एसडीएम सदर का पद जिले की व्यवस्था में एक अहम भूमिका निभाता है। यह पद न केवल राजस्व और भूमि से संबंधित मामलों की निगरानी करता है, बल्कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने, विकास कार्यों की समीक्षा करने और जनता की समस्याओं को प्राथमिकता से निस्तारित कराने जैसे कार्यों का संचालन भी करता है। ऐसे में इस पद पर अधिकारी का अनुभव, संवेदनशीलता और कार्यशैली बेहद मायने रखती है।
कैसा रहा रमेश कुमार का कार्यकाल?
रमेश कुमार ने अपने कार्यकाल के दौरान जिले के विभिन्न विकासखंडों में राजस्व वसूली, शिकायत समाधान, जमीन संबंधी विवादों के निपटारे, जनसुनवाई जैसे कार्यों को प्रभावी ढंग से अंजाम दिया। जनता के साथ उनका संवाद सहज और सहयोगात्मक रहा। कई मामलों में उन्होंने मौके पर पहुंचकर त्वरित निर्णय लिए, जिससे आम लोगों में प्रशासन के प्रति भरोसा भी बढ़ा।
अब उनके लखनऊ तबादले के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि नए एसडीएम के रूप में किस अधिकारी की नियुक्ति की जाती है और वह जिला प्रशासन की अपेक्षाओं पर कितना खरा उतरता है। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, जल्द ही इस पद पर नई नियुक्ति की जा सकती है।
विजय यादव बने नए उप जिलाधिकारी
इसके अलावा, जनपद में एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक बदलाव करते हुए जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने फरेंदा तहसील को नया उप जिलाधिकारी (एसडीएम) नियुक्त किया है। डिप्टी कलेक्टर विजय यादव को तत्काल प्रभाव से फरेंदा का नया उप जिलाधिकारी बनाया गया है। वे अब तक जनपद महराजगंज में डिप्टी कलेक्टर के पद पर कार्यरत थे। यह निर्णय जनहित एवं शासकीय कार्यों की सुचारु रूप से संचालन के उद्देश्य से लिया गया है।
यह बदलाव पूर्व एसडीएम प्रतीक्षा त्रिपाठी के स्थानांतरण के बाद किया गया है। प्रतीक्षा त्रिपाठी के कार्यकाल को प्रशासनिक दृष्टि से काफी सक्रिय और प्रभावशाली माना गया। उन्होंने फरेंदा क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने, समयबद्ध शिकायत निस्तारण और विकास कार्यों की निगरानी जैसे कार्यों में अपनी भूमिका प्रभावशाली ढंग से निभाई।

