मेरठ: दिल्ली-देहरादून हाईवे पर शनिवार देर रात एक दर्दनाक हादसे में 8 वर्षीय मासूम बच्चे की जान चली गई। हादसा उस समय हुआ जब मुजफ्फरनगर से मेरठ आ रही एक ईंटों से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली पर बैठा बच्चा असंतुलित होकर नीचे गिर गया। ट्रॉली से गिरने के बाद गंभीर चोटें लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार, मृतक बच्चा वंश पुत्र अमित, मुजफ्फरनगर थाना क्षेत्र के रतनपुरा गांव का निवासी था। शनिवार की देर रात वंश अपने पिता अमित के साथ ट्रैक्टर-ट्रॉली में मुजफ्फरनगर से ईंटें लेकर मेरठ आ रहा था। वंश ट्रॉली में ईंटों के ऊपर बैठा हुआ था, जबकि उसके पिता अमित ट्रैक्टर चला रहे थे। जैसे ही ट्रैक्टर दौराला क्षेत्र में सिवाया टोल प्लाजा के पास पहुंचा, वाहन अचानक अनियंत्रित हो गया, जिससे वंश ट्रॉली से गिर पड़ा।
मौके पर ही हो गई मौत
गिरने के बाद वंश को गंभीर चोटें आईं और मौके पर ही उसने दम तोड़ दिया। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची दौराला पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर मौजूद सिवाया टोल प्लाजा की एंबुलेंस से वंश के शव को मोर्चरी भिजवाया।
परिवार में मचा कोहराम
इस दुखद घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया है। मासूम की असमय मौत से माता-पिता बेसुध हैं और गांव में भी शोक की लहर दौड़ गई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
ट्रैक्टर-ट्रॉली पर सवारी ले जाना है खतरनाक
यह हादसा एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि ट्रैक्टर-ट्रॉली जैसे वाणिज्यिक वाहनों पर सवारियों को ले जाना कितना खतरनाक हो सकता है, खासकर जब उसमें बच्चे शामिल हों। ईंट जैसी भारी वस्तुओं के साथ ट्रॉली में बैठना न केवल नियमों के विरुद्ध है, बल्कि जानलेवा भी हो सकता है।
यात्रा करते समय नियमों का करें पालन
पुलिस अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि किसी भी वाणिज्यिक मालवाहक वाहन में यात्रा करते समय सुरक्षा नियमों का पालन करें और बच्चों को विशेष रूप से ऐसे वाहनों में ले जाने से बचें। यह घटना एक कड़ा सबक है, जो भविष्य में ऐसी लापरवाहियों को रोकने में मददगार हो सकती है।