महराजगंज के नौतनवा क्षेत्र में SDM नवीन कुमार और फूड सेफ्टी अधिकारियों ने भारत-नेपाल सीमा के समीप मेडिकल स्टोर्स की जांच की। टीम ने दवाओं की गुणवत्ता, लाइसेंस वैधता, बिना प्रिस्क्रिप्शन दवा वितरण और रिकॉर्ड सही रखने जैसे मुद्दों की बारीकी से समीक्षा की।

मेडिकल स्टोर्स पर की कड़ी जांच
Maharajganj: भारत-नेपाल सीमा से लगे नौतनवा क्षेत्र में मंगलवार शाम को SDM नवीन कुमार के नेतृत्व में फूड सेफ्टी अधिकारियों की एक टीम ने मेडिकल स्टोर्स की विशेष जांच पड़ताल की। इस अभियान का उद्देश्य सुनिश्चित करना था कि दुकानों पर ग्राहकों को केवल सुरक्षित और वैध दवाएँ ही उपलब्ध कराई जा रही हैं।
जांच के दौरान टीम ने प्रमुख रूप से लाइसेंस की वैधता, दवाओं की गुणवत्ता, बिना प्रिस्क्रिप्शन दवा वितरण और रिकॉर्ड में त्रुटियों की समीक्षा की। फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी (FSSAI) और ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के तहत यह कार्रवाई की गई। नौतनवा एवं सोनौली क्षेत्र की कई मेडिकल दुकानों पर अचानक पहुंचने से दुकानदारों में हड़कंप मच गया।
भारत-नेपाल सीमा के मेडिकल में जांच टीम
SDM नवीन कुमार ने संवाददाताओं से कहा कि टीम ने विशेष रूप से यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया कि दुकानों के पास आवश्यक FSSAI लाइसेंस मौजूद हैं या नहीं। इसके साथ ही दवाओं के भंडारण और बिक्री के मानकों की जांच भी की गई। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य केवल दुकानों की कानूनी स्थिति देखना नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी है कि आम जनता सुरक्षित दवाएँ ही ग्रहण करे। ग्राहकों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।”
जांच टीम ने कुछ दुकानों में बिना प्रिस्क्रिप्शन दवा बिक्री, रिकॉर्ड में गड़बड़ी और कुछ दवाओं की एक्सपायरी डेट की स्थिति का निरीक्षण भी किया। SDM ने बताया कि सभी उल्लंघन मामलों को नोट किया गया है और आगे ड्रग इंस्पेक्टर के साथ व्यापक जांच पड़ताल की जाएगी।
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फूड सेफ्टी अधिकारियों ने कहा कि यह अभियान भारत-नेपाल सीमा के सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष रूप से आवश्यक था, क्योंकि यहां दवाओं की गुणवत्ता और उपलब्धता पर निगरानी सुनिश्चित करना चुनौतीपूर्ण होता है। उन्होंने यह भी कहा कि नियमित जांच से दुकानदार नियमों का पालन करने के लिए अधिक सतर्क होंगे और लोगों को सुरक्षित दवाएं उपलब्ध होंगी।
इस अभियान की खबर फैलते ही स्थानीय दुकानदारों में डर और चिंता का माहौल बन गया। कई दुकानदारों ने अपने लाइसेंस और दवाओं के रिकॉर्ड अपडेट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रशासन का कहना है कि इस तरह की अचानक निरीक्षण कार्रवाई से नियमों का पालन और दवाओं की गुणवत्ता में सुधार सुनिश्चित होगा।
महराजगंज जिला प्रशासन ने यह स्पष्ट किया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में ऐसी जांच-पड़ताल समय-समय पर की जाएगी ताकि लोगों को सुरक्षित दवाएँ उपलब्ध हो सकें। SDM ने कहा कि यदि किसी दुकान में नियमों का उल्लंघन पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस अभियान ने न केवल दुकानदारों में सतर्कता बढ़ाई, बल्कि स्थानीय लोगों के बीच यह विश्वास भी जगाया कि प्रशासन उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य को गंभीरता से ले रहा है।