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औरैया में बंदर ने उड़ाए 80 हजार, पेड़ से हुई नोटों की बारिश, तहसील परिसर में मची लूट

बिधूना तहसील परिसर औरैया में एक बंदर ने बाइक से रुपये से भरा बैग चुराकर पेड़ से नोटों की बारिश कर दी। इस दौरान लोगों ने रुपये लूटने शुरू कर दिए और किसान को 80 हजार में से केवल 52 हजार ही वापस मिले। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।
Post Published By: Sapna Srivastava
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औरैया में बंदर ने उड़ाए 80 हजार, पेड़ से हुई नोटों की बारिश, तहसील परिसर में मची लूट

औरैया जनपद के बिधूना तहसील परिसर में मंगलवार को अजीबोगरीब और हैरान करने वाली घटना घटित हुई, जब एक बंदर ने बाइक से रुपये से भरा बैग निकालकर पेड़ पर चढ़ते हुए 80 हजार रुपये की नोटों की बारिश कर दी। देखते ही देखते तहसील परिसर में मौजूद लोग नीचे गिरते नोटों को बटोरने में जुट गए।

यह घटना दोपहर करीब 1 बजे की है, जब डोंडापुर गांव निवासी रोहिताश चंद्र अपने बेटे अनुज कुमार के साथ जमीन की रजिस्ट्री कराने तहसील पहुंचे थे। अनुज कुमार अपने साथ 80 हजार रुपये बाइक की डिग्गी में रखकर लाए थे। कागजी कार्रवाई के दौरान बाइक थोड़ी दूरी पर खड़ी थी और डिग्गी लॉक नहीं थी।

इसी बीच वहां का स्थानीय बंदर गैंग सक्रिय हुआ और एक बंदर बाइक की डिग्गी खोलकर रुपयों से भरा बैग निकाल ले गया। फिर वह पास के ही एक पेड़ पर चढ़ गया और वहीं से रुपये नीचे फेंकने लगा। यह दृश्य देखकर परिसर में मौजूद लोग हैरत में पड़ गए।

देखते ही देखते लोगों ने पेड़ के नीचे गिर रहे नोट बटोरना शुरू कर दिया। कुछ लोग तो लूट जैसी स्थिति बनाते हुए भागते नजर आए। हद तो तब हुई जब कुछ बंदरों ने नोटों को फाड़ भी डाला।

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि कैसे पेड़ से नोट बरस रहे हैं और नीचे लोग उन्हें लूटने में जुटे हैं।

किसान को मिला सिर्फ 52 हजार

घटना के बाद जब अनुज कुमार और उनके पिता रोहिताश ने गिनती की, तो 80 हजार रुपये में सिर्फ 52 हजार रुपये ही वापस मिल पाए। बाकी 28 हजार या तो फाड़ दिए गए या लोग उठा कर ले गए।

बंदरों का आतंक बना चुनौती

तहसील परिसर में लगातार बंदरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। एडवोकेट अवधेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया, “हम लोग तहसील परिसर में चैन से खाना तक नहीं खा सकते। एक पल की चूक हुई नहीं कि बंदर हमला कर देते हैं या कोई सामान लेकर भाग जाते हैं।”

एडवोकेट गोविंद दुबे ने कहा, “बंदरों की संख्या बढ़ती जा रही है और प्रशासन अब तक कोई सख्त कदम नहीं उठा सका है। यह मामला तो अब आर्थिक नुकसान का भी हो गया है।”

बंदर की ‘नोटबाज़ी’ से बना सोशल मीडिया स्टार

जिस बंदर ने बैग से पैसे निकालकर बरसात की, वो अब सोशल मीडिया पर हीरो बन चुका है। यूजर्स इस पूरी घटना को फिल्मी सीन बता रहे हैं, वहीं कुछ लोग इसे प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा भी कह रहे हैं।

क्या कहते हैं चश्मदीद

गोविंद दुबे, एडवोकेट: “घटना के समय हम कागजी कार्रवाई में लगे थे, तभी अचानक हंगामा मचा। देखा तो बंदर पेड़ से नोट फेंक रहा था।” अवधेश चंद्र श्रीवास्तव, एडवोकेट: “यह कोई पहली बार नहीं है, बंदरों की वजह से काम करना दूभर हो गया है।” संतोष कुमार मिश्रा, स्थानीय नागरिक: “बंदरों को लेकर पहले से प्रशासन को कई बार चेताया गया है, लेकिन कोई व्यवस्था नहीं की गई।”

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