मुरादाबाद की पुलिस लाइन में एक बड़ी और संगठित मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस मॉक ड्रिल में सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ की टीमों ने लिया हिस्सा। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज की रिपोर्ट

पुलिस लाइन में संगठित मॉक ड्रिल का आयोजन
मुरादाबाद: आज देशभर में आपदा प्रबंधन और सुरक्षा तैयारियों को परखने के लिए मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है। इसी क्रम में मुरादाबाद की पुलिस लाइन में एक बड़ी और संगठित मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया, जिसमें ज़िलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह और एसएसपी हेमराज मीणा की मौजूदगी रही। इस मॉक ड्रिल में सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ की टीमों ने हिस्सा लिया और विभिन्न आपातकालीन परिस्थितियों में बचाव व प्रतिक्रिया का प्रदर्शन किया।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार, ड्रिल की शुरुआत सुबह एयर सायरन बजाकर की गई, जिससे आपात स्थिति का संकेत दिया गया। इसके बाद सिविल डिफेंस की टीम ने आग लगने की घटना पर तेजी से प्रतिक्रिया करते हुए बचाव अभियान शुरू किया। फायर ब्रिगेड और बचाव टीमों ने समयबद्ध ढंग से आग पर काबू पाने का अभ्यास किया। इसके साथ ही एयर स्ट्राइक की स्थिति को दर्शाते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और घायलों को निकालने की प्रक्रिया का अभ्यास किया गया।
एसडीआरएफ की टीम ने 'ब्लैक आउट' के हालात को लेकर विशेष रूप से आम नागरिकों को जागरूक किया। टीम ने बताया कि एयर स्ट्राइक या बड़े हमलों के दौरान ब्लैक आउट क्यों जरूरी होता है और आम नागरिकों को ऐसी स्थिति में क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए। घरों की लाइटें बंद करना, रेड लाइट का इस्तेमाल न करना और खुले में न निकलने जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं।
इस मॉक ड्रिल में बड़ी संख्या में आम नागरिक भी मौजूद रहे, जिन्हें रियल-टाइम सिचुएशन के जरिए आपदा के दौरान खुद को सुरक्षित रखने के तौर-तरीके बताए गए। लोगों ने इस अभ्यास में रुचि दिखाई और सुरक्षा एजेंसियों के कार्यों की सराहना की।
ज़िलाधिकारी और एसएसपी ने भी मॉक ड्रिल की सफलता की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे अभ्यासों से न सिर्फ एजेंसियों की तैयारियों की जांच होती है, बल्कि आम जनता में भी सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ती है। गृह मंत्रालय का यह कदम देश की आंतरिक सुरक्षा और आपदा प्रबंधन को मजबूत करने की दिशा में अहम माना जा रहा है, जिससे किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी तंत्र पहले से तैयार रह सकें।