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महराजगंज: चार होनहार छात्रों ने किया जनपद का नाम रौशन, सैनिक स्कूल में हुआ चयन

महराजगंज के चार होनहार छात्रों ने जनपद का नाम रौशन कर दिया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: Rohit Goyal
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महराजगंज: चार होनहार छात्रों ने किया जनपद का नाम रौशन, सैनिक स्कूल में हुआ चयन

महराजगंज: ऑल इंडिया स्तर पर भारत के 31 सैनिक स्कूल में दाखिले के लिए हुए प्रवेश परीक्षा के परिणाम में महराजगंज जनपद के सिसवा बाजार स्थित मलवरी स्कूल के कक्षा 6 और 9 मे दाखिले के लिये चार छात्रों का चयन हुआ है,जिससे अभिभावकों और विद्यालय के शिक्षक-शिक्षाओं मे ख़ुशी की लहर व्याप्त है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मलवरी स्कुल के प्रबंधक शुभ्रा सिंह जायसवाल व संरक्षक अमित जायसवाल अंजन ने बताया कि परीक्षा एजेंसी नेशनल टेस्टिंग द्वारा आयोजित आल इंडिया सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा 2024 में पूरे भारत के लगभग 4 लाख छात्र छात्राओं ने भाग लिया था, जिसमे मलवरी स्कूल सिसवा के 4 विद्यार्थी परीक्षा में बैठे थे, 22 मई 2025 को जारी परीक्षा के परिणाम में कक्षा 9 के लिये मलवरी स्कूल के छात्र नजीफ सैफ पुत्र सैफ आलम , सृष्टि शुक्ला पुत्री दीनानाथ शुक्ला व कक्षा 6 के लिये शशांक सुलतानिया पुत्र अवधकिशोर सुलतानिया , जाह्नवी जायसवाल पुत्री अजय कुमार जायसवाल के चयन ने कीर्तिमान स्थापित किया है।

इस परिणाम से अभिवावक व अध्यापकों में खुशी की लहर है, शुभ्रा सिंह जायसवाल ने बताया कि विगत वर्ष 2024 में भी 9 छात्र सैनिक स्कूल, 2 छात्र नवोदय विद्यालय में एक छात्र यूपी सैनिक स्कूल में चयनित हो कर विद्यालय परिवार को गौरवान्वित किये थे, इस अवसर पर संगीत नाटक अकादमी के सदस्य भजन गायक व विद्यालय के संरक्षक अमित अंजन ने सभी सफल विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की है।

सैनिक स्कूल से जुड़ी कुछ खास बातें जान लिजिये जो इन स्कूलों को दूसरे स्कूलों से अलग करती हैं। 

पढ़ाई के साथ मिलिट्री ट्रेनिंग

सैनिक स्कूलों में पढ़ाई के साथ-साथ मिलिट्री ट्रेनिंग भी दी जाती है। मिलिट्री स्टडीज, ड्रिल एक्सरसाइज और फिजिकल ट्रेनिंग यहां के पाठ्यक्रम का हिस्सा हैं। यह शिक्षा छात्रों को देश सेवा के लिए तैयार करती है।

टीम वर्क और डटे रहने की सीख

सैनिक स्कूल स्टूडेंट्स में टीम वर्क, सहनशीलता और कठिन परिस्थितियों का सामना करने की क्षमता जैसे गुण भी आते हैं। यह नियम छात्रों को जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करता है। सैनिक स्कूल ऐसे लीडर तैयार करते हैं जो किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम हों।

सही दिनचर्चा की आदत

सैनिक स्कूलों में मिलिट्री जैसा अनुशासन होता है। यहां सुबह जल्दी उठने की दिनचर्या से लेकर यूनिफॉर्म तक हर चीज में अनुशासन का पालन किया जाता है। छात्रों को समय की पाबंदी, व्यवस्था और बारीकी पर ध्यान देना सिखाया जाता है। यह अनुशासन उन्हें जीवन में सफलता हासिल करने में बहुत मददगार होता है, चाहे वे सेना में जाएं या किसी और क्षेत्र में।

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