गोरखपुर में थाना शाहपुर पुलिस ने गो-तस्करी, गो-वध और लूट जैसे अपराधों में शामिल एक संगठित गिरोह के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत बड़ी कार्रवाई की है। गिरोह के सरगना समेत आठ अपराधियों पर मुकदमा दर्ज किया है।

पुलिस अफसर
Gorakhpur: गोरखपुर पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है। गो-तस्करी, गो-वध, लूट और छिनैती जैसे संगीन अपराधों से इलाके में दहशत फैलाने वाले एक संगठित गिरोह पर कानून का शिकंजा कस गया है। थाना शाहपुर पुलिस ने गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए पूरे नेटवर्क को कटघरे में खड़ा कर दिया है। इस एक्शन के बाद अपराधियों में हड़कंप मचा गया है।
जनपद गोरखपुर में संगठित अपराधों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर राज करन नय्यर के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक नगर के मार्गदर्शन और क्षेत्राधिकारी गोरखनाथ के पर्यवेक्षण में थाना शाहपुर पुलिस ने इस गिरोह को चिह्नित किया। थाना प्रभारी चन्द्रभान सिंह की ओर से गिरोह के सरगना अनूप यादव समेत कुल आठ अपराधियों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।
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पुलिस के मुताबिक, गिरोह का सरगना अनूप यादव अपने साथियों के साथ मिलकर लंबे समय से गो-तस्करी, गो-वध, लूट, छिनैती और आर्म्स एक्ट से जुड़े मामलों को अंजाम दे रहा था। गिरोह की गतिविधियों से न केवल गोरखपुर बल्कि आसपास के जिलों में भी डर का माहौल बना हुआ था। आम लोग खुलकर बोलने से कतराते थे। अपराधियों के हौसले लगातार बुलंद होते जा रहे थे।
अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण और आमजन की सुरक्षा को देखते हुए जिला मजिस्ट्रेट गोरखपुर ने गिरोह का गैंग चार्ट अनुमोदित किया। इसके बाद उत्तर प्रदेश गिरोहबंद एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम 1986 के तहत यह सख्त कार्रवाई की गई। पुलिस का कहना है कि यह कदम अपराध की कमर तोड़ने में अहम साबित होगा।
गिरोह के अन्य सदस्यों में साहब अंसारी, रोजीद अंसारी, सतीश यादव उर्फ लोढ़ी, खुर्शीद अंसारी, परवेज आलम, शोलू यादव उर्फ सोनू यादव और सुलेमान गद्दी शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ गोरखपुर, कुशीनगर और बिहार के अलग-अलग थानों में दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। इन मामलों में हत्या का प्रयास, डकैती, लूट, गोवध, पशु क्रूरता, आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस एक्ट और गैंगेस्टर एक्ट जैसी गंभीर धाराएं शामिल हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई के साथ-साथ इन अपराधियों की संपत्तियों की भी जांच की जाएगी। अवैध रूप से अर्जित संपत्ति को जब्त करने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी। संगठित अपराध और गो-तस्करी में लिप्त किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।