Ghaziabad: गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र के सिरोली गांव निवासी और कारगिल युद्ध के योद्धा रिटायर्ड फौजी सतबीर गुर्जर ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में ज़हरीला पदार्थ खा लिया। घटना से हड़कंप मच गया और उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। सतबीर गुर्जर ने आरोप लगाया कि लोनी से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर से उन्हें और उनके परिवार को जान का खतरा है।
क्या है पूरा मामला
पीड़ित ने मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र में आरोप लगाया कि अप्रैल माह में लोनी विधायक ने एक षड्यंत्र के तहत कलश यात्रा निकाली थी, जिसका मकसद राज्य सरकार की छवि को नुकसान पहुंचाना था। सतबीर के अनुसार उन्होंने उस यात्रा की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा की थी, जो आज भी उनकी फेसबुक आईडी पर मौजूद है। उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना के बाद से विधायक उनसे व्यक्तिगत रंजिश रखने लगे।
‘नंदू टैक्स’ के नाम से वसूले जाते है पैसे?
सतबीर ने विधायक पर ‘नंदू टैक्स’ के नाम पर क्षेत्र में अवैध उगाही करने का भी आरोप लगाया है। उनका दावा है कि लोनी क्षेत्र से करोड़ों रुपये की अवैध वसूली की जा रही है और उन्होंने इसका विरोध किया। जिसके कारण उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।
लखनऊ में जाकर खाया जहर
घटना के बाद पीड़ित के बेटे अतुल ने बताया कि उनके पिता 19 अगस्त को फेसबुक लाइव आए थे और उसमें उन्होंने विधायक के खिलाफ खुलकर बोला था। इसके कुछ घंटों बाद ही उनके घर की बिजली काट दी गई। अतुल के अनुसार उसके बाद ही उनके पिता लखनऊ रवाना हो गए और वहां जाकर उन्होंने ज़हर खा लिया।
पीड़ित के बेटे ने बताई सच्चाई
पीड़ित का एक और बेटा अंकुर लखनऊ पहुंच गया है और वह अपने पिता की देखरेख कर रहा है। परिवार का आरोप है कि विधायक द्वारा लगातार की जा रही प्रताड़ना के चलते सतबीर ने यह कदम उठाया।
लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर का बयान
वहीं, लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि सतबीर गुर्जर स्वयं एक षड्यंत्रकारी व्यक्ति है। उनके ऊपर कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
बिजली विभाग के अफसर ने भी दी सफाई
इस पूरे मामले पर अधिशासी अभियंता देवेंद्र कुमार ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बताया कि सतबीर का अपने भाइयों से संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है। भाइयों की शिकायत पर बिजली विभाग ने सत्यवीर का कनेक्शन काटा, क्योंकि उनके पास घर की स्वामित्व से जुड़े दस्तावेज नहीं थे। उन्होंने कहा कि सत्यवीर पर एक लाख रुपये से अधिक का बिजली बिल भी बकाया है। विभाग की तरफ से नोटिस जारी कर दस्तावेज मांगे गए थे, लेकिन सत्यवीर उन्हें पूरा नहीं कर सके।

