ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट इंटरनेशनल फिल्म सिटी की हकीकत अब धरातल पर उतरने जा रही है। ग्रेटर नोएडा के यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में बनने वाली इस भव्य परियोजना का भूमि पूजन कार्यक्रम 26 जून को शाम 5 बजे आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि देश के फिल्म उद्योग के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन के तहत इस फिल्म सिटी को भारतीय ही नहीं, वैश्विक फिल्म निर्माण का प्रमुख केंद्र बनाने की योजना है। यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे लगभग 1000 एकड़ में फैली इस परियोजना के पहले चरण के लिए 230 एकड़ भूमि आवंटित की गई है। पहले फेज में 86 एकड़ पर काम शुरू होगा, जबकि 26 एकड़ को ग्रीन बेल्ट के लिए आरक्षित किया गया है।
भूमि पूजन में बॉलिवुड हस्तियां होंगी शामिल
भूमि पूजन कार्यक्रम को खास बनाने के लिए प्रसिद्ध फिल्म निर्माता बोनी कपूर, भूटानी परिवार और बॉलीवुड की कई चर्चित हस्तियों को आमंत्रित किया गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस आयोजन में ऑनलाइन या ऑफलाइन रूप से शामिल हो सकते हैं। देश-विदेश के सिनेमा जगत की कई नामचीन हस्तियां भी समारोह में भाग ले सकती हैं।
900 करोड़ की लागत से पहले फेज की शुरुआत
इस फिल्म सिटी के पहले चरण में फिल्म इंस्टिट्यूट, फिल्म स्टूडियो, प्रोडक्शन हब और अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इस चरण पर लगभग 900 करोड़ रुपये का व्यय अनुमानित है। निर्माण कार्य को 18 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। निर्धारित अनुबंध के अनुसार यदि 27 जून तक शिलान्यास नहीं होता तो प्रतिदिन 1.5 लाख रुपये का जुर्माना लगाने का प्रावधान भी है।
लेआउट को मिली मंजूरी
230 एकड़ में बनने वाले पहले फेज को तीन सब-फेज में विभाजित किया गया है। इनमें से पहले सब-फेज में 80 एकड़ में फिल्म स्टूडियो और प्रोडक्शन सुविधाएं तैयार की जाएंगी। इस फिल्म सिटी का निर्माण कार्य बेव्यू ग्रुप और भूटानी ग्रुप के साझे प्रयास से किया जा रहा है। इन दोनों कंपनियों ने मिलकर विस्तृत लेआउट प्लान तैयार किया था, जिसे यमुना प्राधिकरण से मंजूरी मिल चुकी है।
रोजगार के अवसर
इस परियोजना से हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने की संभावना है। साथ ही यह यूपी की सांस्कृतिक विरासत और रचनात्मक क्षमताओं को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभाएगी। फिल्म सिटी से न सिर्फ फिल्म निर्माण को प्रोत्साहन मिलेगा। बल्कि पर्यटन, होटल, परिवहन और शिक्षा क्षेत्रों में भी नई संभावनाएं खुलेंगी।