दिल्ली: दिल्ली पुलिस की एक टीम से गंभीर लापरवाही सामने आई है। जहां एक नोएडा के पत्रकार को गलती से अपराधी समझकर गिरफ्तार कर लिया गया। यह घटना उस वक्त हुई, जब दिल्ली पुलिस मोबाइल लोकेशन के जरिए एक फरार आरोपी की तलाश कर रही थी। हालांकि, बाद में जब वास्तविकता सामने आई तो पुलिस ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए पत्रकार से माफी मांगी और बिना किसी बल प्रयोग के लौट गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली के प्रेम नगर थाने से जुड़ी एक पुलिस टीम मोबाइल लोकेशन के सहारे आरोपी राहुल की तलाश में निकली थी। इस दौरान पुलिस को मोबाइल लोकेशन नोएडा के सेक्टर-38 स्थित एक पेट्रोल पंप पर मिली। वहां एक कार में एक व्यक्ति अपनी पत्नी के साथ बैठा हुआ मिला, जिसका नाम और चेहरा कथित तौर पर आरोपी से मिलता-जुलता था।
पत्रकार को समझ लिया आरोपी
पुलिस ने बिना देर किए उस व्यक्ति को कार से बाहर बुलाया और पूछताछ शुरू कर दी। उस व्यक्ति ने अपना नाम राहुल शाह बताया और खुद को नोएडा स्थित एक पत्रकार के रूप में पहचान दी। पुलिस ने जब उससे पहचान पत्र मांगा तो शुरुआती तौर पर कहा गया कि उसने विरोध किया और बातों में बहस करने लगा। हालांकि, बाद में राहुल शाह ने पूरी स्थिति स्पष्ट की और पत्रकारिता से जुड़े अपने दस्तावेज प्रस्तुत किए। जैसे ही पुलिस को अपनी गलती का एहसास हुआ। उन्होंने माफी मांगी और घटनास्थल से वापस लौट गई।
पुलिस ने मानी गलती
शाहदरा के पुलिस उपायुक्त प्रशांत गौतम ने मीडिया को बताया कि घटना के दौरान कोई बल प्रयोग या दुर्व्यवहार नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति को हिरासत में लिया गया, उसका नाम और चेहरा फरार आरोपी से मिलता था। इसी भ्रम में उसे रोका गया। लेकिन जैसे ही सही जानकारी मिली टीम ने तुरंत माफी मांगी और वहां से चली गई।
कौन है असली आरोपी?
पुलिस जिस व्यक्ति को ढूंढ रही थी। वह हरियाणा के बहादुरगढ़ निवासी राहुल नामक व्यक्ति है, जो धोखाधड़ी और साजिश के एक गंभीर मामले में वांछित है। पुलिस का कहना है कि आरोपी को पकड़ने के लिए लगातार टेक्निकल सर्विलांस और मोबाइल लोकेशन का सहारा लिया जा रहा है।