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शराब माफियाओं की मनमानी से बेहाल शहर, ओवर रेटिंग पर अधिकारी मौन, जानिए क्या है पूरा मामला

एटा शहर में बढ़ती शराब की अवैध बिक्री और ओवर रेटिंग का मामला गंभीर चेतावनी बन चुका है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
Post Published By: Sapna Srivastava
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शराब माफियाओं की मनमानी से बेहाल शहर, ओवर रेटिंग पर अधिकारी मौन, जानिए क्या है पूरा मामला

एटा: उत्तर प्रदेश के एटा शहर में बढ़ती शराब की अवैध बिक्री और ओवर रेटिंग का मामला गंभीर चेतावनी बन चुका है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों की उदासीनता और मिलीभगत के चलते न सिर्फ शराब दुकानों पर मनमानी जारी है, बल्कि यह जनता के हित के खिलाफ भी है। शराब की अवैध बिक्री और ओवर रेटिंग का यह खेल अब बखूबी चल रहा है, जिसे लेकर लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है।

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

शहर के कोतवाली नगर क्षेत्र में सुबह 6 बजे से ही शराब की दुकानों पर लंबी कतारें देखी जा रही हैं। सूत्रों के अनुसार, यहां पर शराब के ठेकेदार सुबह जल्दी ही अपनी दुकानें खोलकर ग्राहकों को महंगे दामों पर शराब बेच रहे हैं। खास बात यह है कि कुछ ठेकों पर बंद शटर के नीचे से भी शराब की बिक्री की जा रही है, जो स्पष्ट रूप से सरकारी नियमों का उल्लंघन है। इस तरह की अवैध गतिविधियों का खुलासा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में भी हुआ है, जिसमें साफ दिख रहा है कि शराब का अवैध व्यापार किस तरह से खुलेआम चल रहा है।

रेट वापस करने का आश्वासन

कस्बा मारहरा के अस्पताल चौराहा के समीप स्थित एक शराब के ठेके का मामला प्रकाश में आया है। यहाँ पर ओवर रेटिंग में शराब बेची जा रही है और स्थानीय लोगों का आरोप है कि उन्हें निर्धारित कीमत से अधिक पैसे वसूल किए जा रहे हैं। जब स्थानीय लोग इस मुद्दे को लेकर विरोध जताते हैं, तो वहां मौजूद शराब दुकानदार द्वारा रेट वापस करने का आश्वासन तो दिया जाता है, लेकिन बाद में उनसे फिर भी अधिक पैसे वसूल किए जाते हैं। इससे स्पष्ट है कि अवैध वसूली और ओवर रेटिंग का खेल बड़े पैमाने पर चल रहा है।

जिम्मेदार कौन, अधिकारी मौन

शिकायतों और वीडियो के वायरल होने के बावजूद, जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों का मौन रहना सवाल खड़ा करता है। सवाल उठता है कि आखिर जिले में ऐसी अवैध गतिविधियों को अनुमति किसकी तरफ से मिल रही है? क्या शराब माफिया और अधिकारियों के बीच मिलीभगत है, या फिर विभागीय लापरवाही का यह परिणाम है? इस तरह की गतिविधियों के चलते शराब माफिया का हौसला बुलंद होता जा रहा है, और जनता के स्वास्थ और सुरक्षा का खतरा बढ़ रहा है।

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