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देवरिया में राप्ती नदी में नाव हादसा: भूमि विवाद बना हादसे का कारण, एक की मौत

देवरिया में राप्ती नदी में हुआ नाव हादसा, घटना की पूरी जानकारी के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
Post Published By: Jaya Pandey
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देवरिया में राप्ती नदी में नाव हादसा: भूमि विवाद बना हादसे का कारण, एक की मौत

देवरिया: जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र में रविवार को एक बड़ा हादसा हो गया, जब भूमि पैमाइश कराने जा रहे लोगों से भरी नाव राप्ती नदी में पलट गई। इस हादसे में एक बुजुर्ग की मौत हो गई, जबकि नाव पर सवार अन्य 13 लोग तैरकर अपनी जान बचाने में सफल रहे।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक घटना धनैया गांव की है, जहां भूमि की नापी का कार्य होना था। इसके लिए गोरखपुर जिले के बड़हलगंज थाना क्षेत्र के ग्राम नेटवार पट्टी निवासी पावरू यादव (64) अपने परिवार और गांव के अन्य लोगों के साथ मौके पर जा रहे थे। कुल 14 लोग नाव में सवार थे, तभी अचानक नाव में छेद हो जाने से पानी भरने लगा। नाव असंतुलित होकर डगमगाई और फिर राप्ती नदी में पलट गई।

13 लोगों ने तैरकर बचाई जान

नाव में सवार लोगों में से सत्यदेव, जगरनाथ, रविंद्र, अर्जुन, जयप्रकाश यादव, रविंद्र यादव समेत अन्य 13 लोगों ने नदी में कूदकर तैरते हुए अपनी जान बचाई। मगर गहरे पानी में फंसने के कारण पावरू यादव बाहर नहीं निकल सके और उनकी डूबकर मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब सभी लोग रुद्रपुर तहसील के भदिला प्रथम गांव में भूमि की पैमाइश के लिए जा रहे थे।

भूमि विवाद बना हादसे का कारण

बताया जा रहा है कि देवरिया और रुद्रपुर क्षेत्र के किसानों के बीच राप्ती नदी के कटान के चलते भूमि विवाद लंबे समय से चल रहा है। इसी विवाद को सुलझाने के लिए रविवार को राजस्व विभाग की टीम द्वारा भूमि की पैमाइश की प्रक्रिया तय की गई थी। पावरू यादव को भी इसी सिलसिले में बुलाया गया था। लेकिन इस हादसे की खबर मिलते ही राजस्व विभाग की टीम भी मौके से वापस लौट गई।

परिवार में मचा कोहराम

पावरू यादव की मौत की खबर मिलते ही उनके परिवार में कोहराम मच गया। गांव में मातम पसरा हुआ है। हादसे में तैरने की जानकारी ही 13 लोगों के लिए जीवनरक्षक साबित हुई। अगर वे तैरना नहीं जानते, तो यह हादसा कहीं ज्यादा भयावह हो सकता था। स्थानीय प्रशासन और ग्रामीणों की मदद से शव को नदी से बाहर निकाला गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की जांच जारी है। ग्रामीणों ने प्रशासन से नावों की नियमित जांच और सुरक्षा के उपायों की मांग की है।

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