Bijnor: बिजनौर के नगीना क्षेत्र में गंगा बैराज के निकट तटबंध टूट गया है। इसके कारण 30 से अधिक गांवों में भारी तबाही का खतरा मंडराने लगा है। हजारों हेक्टेयर फसलों के बर्बाद होने की आशंका जताई जा रही है। गंगा किनारे बसे गांवों के लोगों की नींद उड़ी हुई है और प्रशासन सतर्क है।
सिंचाई विभाग और ग्रामीण जुटे बचाने में
सिंचाई विभाग के साथ सैकड़ों ग्रामीण तटबंध को बचाने में लगे हुए थे। नौ किलोमीटर लंबे रावली मार्ग तटबंध पर बनी सड़क के साढ़े छह किलोमीटर वाले हिस्से के पास कटान रोकने की कोशिशें की गईं। बावजूद इसके तटबंध टूट गया और प्रशासन और विभाग में हड़कंप मच गया। ग्रामीण अपने गांव और फसलों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। मध्य गंगा के के एम कंसल, चीफ इंजीनियर का कहना है कि “हम मौके पर कैंप कर तटबंध बचाने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं।”
तटबंध बचाने के उपाय
ग्रामीण तटबंध को बचाने के लिए गंगा में पेड़ डाल रहे थे, रेत-मिट्टी के कट्टे और पत्थर किनारे डंप किए गए। बावजूद इसके कटान जारी रहा। स्थानीय लोगों का आरोप है कि तटबंध कई दिन पहले से कमजोर हो रहा था, लेकिन किसी ने इस पर समय रहते ध्यान नहीं दिया। वही बाढ़ जैसी आपदा पर स्थानीय लोगों का कहना है कि “हमने कई बार कहा, लेकिन विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया। अब तटबंध टूट गया।”
डीएम की चेतावनी और राहत प्रयास
बिजनौर की डीएम जसजीत कौर ने बताया कि तटबंध को बचाने के प्रयास जारी हैं। खतरे को देखते हुए कई गांवों में ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। पीएसी और एसडीआरएफ की टीमें भी मौके पर तैनात हैं। वहीं डीएम जसजीत कौर का कहना है रकि, “ग्रामीणों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, सभी प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी रखी जा रही है।”
Bijnor Flood Alert: बिजनौर में गंगा बैराज के निकट तटबंध टूट गया, 30+ गांवों में बाढ़ का खतरा।
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— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) September 9, 2025
स्थानीय लोगों की मुश्किलें
ग्रामीण अपने घर और फसलें बचाने के लिए हड़बड़ी में जुटे हुए हैं। उन्हें डर है कि यदि पानी तेजी से बढ़ा तो जान-माल की भारी क्षति हो सकती है। सिंचाई विभाग और प्रशासन ने अलर्ट जारी कर रखा है।
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राहत और बचाव के प्रयास
प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में फौजी और SDRF की टीमें तैनात की हैं। साथ ही बैराज रोड को बंद कर दिया गया है। राहत शिविरों में ग्रामीणों को सुरक्षित रखा जा रहा है।
समाजिक सहयोग और जनसहभागिता
इस बीच, स्थानीय नेता और नागरिक भी राहत कार्यों में सहयोग कर रहे हैं। आसपास के गांवों के लोग स्वयंसेवी तौर पर मदद में जुटे हैं।
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सतर्क रहने की अपील
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी और तटबंध के पास न जाएं। आवश्यक सामान लेकर सुरक्षित स्थानों पर जाएं। ग्रामीणों को सतर्क रहने और प्रशासन की मदद लेने के लिए कहा गया है।

