Site icon Hindi Dynamite News

Barabanki News: बाराबंकी में दो पक्षों के बीच विवाद, करीब एक दर्जन लोग घायल

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में उस वक्त ड्रामा देखने को मिला, जब मामूली बात पर दो पक्षों में विवाद छिड़ गया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: Poonam Rajput
Published:
Barabanki News: बाराबंकी में दो पक्षों के बीच विवाद, करीब एक दर्जन लोग घायल

बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में उस वक्त ड्रामा देखने को मिला, जब मामूली बात पर दो पक्षों में विवाद छिड़ गया।  बाराबंकी जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र के रुस्तम पुरवा गांव में आपसी रंजिश को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर बवाल हो गया। आरोप है कि एक पक्ष के लोगों ने घर में घुसकर हमला किया, जिसमें महिलाओं समेत करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए।

घर में तोड़फोड़ मचाई

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, पीड़ित पक्ष का आरोप है कि हमलावरों ने महिलाओं को बलात्कार की धमकी दी और घर में तोड़फोड़ मचाई। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है।पुलिस ने तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी है।

कई लोग हथियारों से लैस

पीड़ित दिनेश कुमार ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि सोमवार को वह अपने घर पर मौजूद थे और रिश्तेदार भी उनके घर आए हुए थे. तभी पड़ोसी करण, पिंटू, शिवा, मुनेश्वर, मनोज, धीरज, रामविलास, रिंकू, रोहित, दीपक, वसंत, सुषमा, मंजू सहित कई लोग हथियारों से लैस होकर उनके घर में घुस आए और अचानक हमला कर दिया।

धारदार हथियार से वार

हमले में सरिता के सिर पर धारदार हथियार से वार किया गया, जिससे वह मौके पर ही बेहोश हो गई. वहीं शिवरतन, नितिन, सचिन, अभिषेक, राहुल, नीलम, सुजीत, विमल, प्रतिभा सहित कई अन्य लोग घायल हुए हैं। तहरीर में दिनेश कुमार ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि हमलावरों ने न सिर्फ घर की टीन शेड पूरी तरह तोड़ डालीं, बल्कि घर की लड़कियों को यह धमकी दी कि तुम्हें उठाकर ले जाएंगे और बलात्कार करेंगे।

ग्रामीणों की भारी भीड़

पीड़ित पक्ष का कहना है कि यह हमला अचानक नहीं था बल्कि पहले से रची गई साजिश के तहत किया गया। इससे पहले भी विरोधी पक्ष द्वारा हमला किया जा चुका है। घटना के समय ग्रामीणों की भारी भीड़ मौके पर जुट गई थी। वहीं मौके पर मौजूद किसी एक व्यक्ति द्वारा घटना का वीडियो बना लिया गया जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वही अब देखने वाली बात यह है कि, पीड़ित परिवार को कब तक इंसाफ मिल पाता है।

Exit mobile version