बाराबंकी: जनपद के सतरिख थाना क्षेत्र के बरौली जाटा गांव में खड़ंजायुक्त सार्वजनिक रास्ते पर कुछ दबंगों द्वारा अवैध कब्जा कर लेने से गांव में तनाव की स्थिति बन गई है। स्थिति तब और बिगड़ गई जब मंगलवार को दबंगों ने उसी रास्ते पर लोहे का गेट लगाकर आवागमन पूरी तरह रोक दिया।
ग्रामीणों ने कई बार पुलिस और प्रशासन से शिकायत की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी।
ग्रामीणों के अनुसार वर्ष 2014-15 में तत्कालीन ग्राम प्रधान माधुरी देवी द्वारा गांव की डामर सड़क से समरेंद्र सिंह के खेत तक कच्चे चकमार्ग पर खड़ंजा का निर्माण कराया गया था। यह रास्ता खेतों तक ट्रैक्टर व अन्य वाहनों के आवागमन के लिए उपयोग में लाया जाता रहा है।
लेकिन हाल ही में गांव के दबंग मदन निषाद, जगन निषाद और ननकुटी निषाद ने मिलकर पहले इस सार्वजनिक मार्ग पर नाद रखे और खूटे गाड़ दिए, फिर धीरे-धीरे मवेशी बांधने शुरू कर दिए। जब कुछ ग्रामीणों ने विरोध जताया तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई, जिससे डरकर अधिकांश ग्रामीण पीछे हट गए।
गांव की एक महिला ने हिम्मत दिखाते हुए सतरिख थाने से लेकर एसडीएम सदर और सम्पूर्ण समाधान दिवस तक शिकायत की, लेकिन एक सप्ताह बीतने के बावजूद न तो पुलिस और न ही राजस्व विभाग ने कार्रवाई की।
दबंगों का मनोबल इतना बढ़ गया कि उन्होंने मंगलवार को खड़ंजायुक्त मार्ग पर लोहे का गेट लगाकर रास्ता ही बंद कर दिया। इस घटनाक्रम के बाद गांव में तनाव का माहौल है और ग्रामीणों में गहरा आक्रोश व्याप्त है।
पीड़ितों का कहना है कि प्रशासनिक लापरवाही के चलते दबंग खुलेआम कानून को चुनौती दे रहे हैं। इस संबंध में जब एसडीएम सदर आनंद कुमार तिवारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें अभी तक ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है।
उन्होंने कहा कि यदि मामला सत्य पाया गया तो पुलिस और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम भेजकर अवैध अतिक्रमण हटाया जाएगा तथा कब्जा करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।