संतकबीरनगर: जिले के फेरुसा गांव में शनिवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब उत्तर प्रदेश महिला कल्याण निदेशक एवं नोडल अधिकारी संदीप कौर के सामने ग्रामीणों ने आत्मदाह का प्रयास किया। यह घटना कोतवाली क्षेत्र के फेरुसा गांव की है, जहां अधिकारियों के दौरे के दौरान अचानक ही ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, मामला उस समय का है। जब संदीप कौर जिले के फेरुसा गांव पहुंची। तभी हावपुर भड़ारी गांव से आए कुछ ग्रामीणों ने अचानक ज्वलंत पदार्थ (शायद केमिकल या तेल) छिड़ककर अपने ऊपर आग लगाने का प्रयास किया। इस दौरान उनके साथ मौजूद सुरक्षा बलों ने तत्परता दिखाते हुए इन ग्रामीणों को तुरंत पकड़ लिया और आत्मदाह की कोशिश को विफल कर दिया।
क्यों परेशान थे ग्रामीण
बताया जा रहा है कि ये ग्रामीण पिछले कई महीनों से मनरेगा योजनाओं में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर जिला प्रशासन से शिकायत कर रहे थे। उनका आरोप था कि शिकायतों के बावजूद उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है, जिससे उनका आक्रोश फूट पड़ा। ग्रामीणों का कहना था कि वे अपनी बात प्रशासन तक पहुंचाने के लिए काफी समय से प्रयास कर रहे थे, लेकिन कोई सुनवाई न होने से वे निराश थे।
पुलिसकर्मियों ने स्थिति पर नियंत्रण पाया
घटना के तुरंत बाद मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने स्थिति पर नियंत्रण पाया और ग्रामीणों को शांत किया। इस दौरान पूरे गांव में तनाव का माहौल था। उन्होंने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन को भी सूचित कर दिया गया है।
संदीप कौर ने दिया हर मदद का आश्वासन
संदीप कौर ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मामले की पूरी जांच कराई जाएगी और यदि आवश्यक हुआ तो संबंधित विभाग के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा और उनके साथ सौहार्दपूर्ण संवाद स्थापित किया जाएगा।
दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी
वहीं, इस खबर से संबंधित एक विजुअल में नोडल अधिकारी संदीप कौर का कहना है कि इस घटना से संबंधित सभी पहलुओं की जांच की जाएगी। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में जांच शुरू हो गई है।