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आगरा नगर निगम का गजब कारनामा! बिना अफसरों के साइन हुआ लाखों का भुगतान

ताजनगरी आगरा से नगर निगम का गजब कारमाना सामने आया हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: Rohit Goyal
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आगरा नगर निगम का गजब कारनामा! बिना अफसरों के साइन हुआ लाखों का भुगतान

आगरा: ताजनगरी आगरा से नगर निगम से हैरान करने वाला मामला सामने आया हैं। शातिर ठगों के द्वारा नगर निगम के अधिकारियों के फर्जी साइन कराकर कर्मचारियों को लाखों रुपए का भुगतान कर दिया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार नगर निगम कर्मचारियों के पीएफ अकाउंट्स एसबीआई बैंक में है। एसबीआई बैंक भी नगर निगम परिसर में ही स्थित है जिसमें अधिकारियों के बिना स्वीकृति के कर्मचारियों को पीएफ फंड का भुगतान कर दिया गया। बड़ी संख्या में कर्मचारियों के पीएफ खाते से सैलरी अकाउंट में शातिर ठगो ने भुगतान करा दिया।

बैंक की मिलीभगत

माना जा रहा है कि इस पूरे मामले में बैंक की मिली भगत से यह बड़ा खेल किया गया है। कई फाइल ऐसी है जिन पर सिर्फ एक ही अधिकारी के फर्जी साइन है जबकि भुगतान के लिए अन्य तीन अधिकारियों के साइन जरूरी होते हैं और सबसे बड़ा सवाल यह है कि बिना साइन मैच करे आखिर बैंक कैसे भुगतान कर सकती है, इस नगर निगम कर्मियों की मिलीभगत की भी जांच की जा रही है।

मामला संज्ञान में आते ही नगर निगम के बड़े अधिकारी भी हैरान है। बताया जा रहा है कि यह खेल लंबे समय से चल रहा है जिसमें अधिकारियों को इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। मामला संज्ञान में आने के बाद अधिकारियों ने बैंक की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर की है और अधिकारी बैंक पर कार्रवाई का मन बना चुके हैं।

इस पूरे मामले को लेकर वित्त एवं मुख्य लेखाधिकारी नगर निगम बृजेश कुमार के द्वारा जानकारी दी गई है। उनका कहना है कि हां ऐसा एक मामला संज्ञान में आया है जिसमें कर्मचारियों के पीएफ अकाउंट नगर निगम में ही संचालित एसबीआई बैंक से होते हैं, नियमानुसार कर्मचारी फंड निकालने के लिए आवेदन करते हैं उसके बाद फाइल स्वीकृत होती है, इसके बाद बैंक स्वीकृत धनराशि को पीएफ अकाउंट से सैलरी अकाउंट में ट्रांसफर कर देता है, अब कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जिनकी स्वीकृति लिस्ट यहां से नहीं भेजी गई है फिर भी भुगतान कर दिया गया है।

वित्त एवं मुख्य लेखाधिकारी ने बताया है कि लग रहा है कि यह लंबे समय से यह खेल चल रहा है, इसकी जांच कराई जा रही है, बैंक की भी लिस्ट बनाई जा रही है, निश्चित रूप से इसमें सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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