Site icon Hindi Dynamite News

फतेहपुर में करंट लगने से 16 वर्षीय छात्र की दर्दनाक मौत, परिजनों ने विद्युत विभाग और ठेकेदार पर लगाया लापरवाही का आरोप

मृतक छात्र के पिता रामशंकर निषाद ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "बिजली विभाग और ठेकेदार की लापरवाही से मेरे बेटे की जान गई। न कोई चेतावनी दी गई, न ही सुरक्षा के इंतजाम किए गए। बिना बताए लाइन चालू कर दी गई। यह हत्या के बराबर है। प्रशासन दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।"
Post Published By: Mayank Tawer
Published:
फतेहपुर में करंट लगने से 16 वर्षीय छात्र की दर्दनाक मौत, परिजनों ने विद्युत विभाग और ठेकेदार पर लगाया लापरवाही का आरोप

Fatehpur News: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के असोथर थाना क्षेत्र अंतर्गत सरकंडी गांव में गुरुवार को एक दर्दनाक हादसे में 16 वर्षीय छात्र होरीलाल निषाद की करंट लगने से मौत हो गई। होरीलाल लोकभारती इंटर कॉलेज में कक्षा 10 का छात्र था। हादसे के बाद गांव में कोहराम मच गया है। परिजनों और ग्रामीणों ने विद्युत विभाग और कार्यदायी संस्था के ठेकेदार पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं।

कैसे हुआ हादसा?

छात्र होरीलाल गुरुवार को दोपहर करीब 4 बजे गांव के पास पश्चिमी दंगल मैदान के किनारे स्थित नाले में नहा रहा था। उसी दौरान वह पास के पुल के पास पहुंचा, जहां हाल ही में नवस्थापित विद्युत पोल के ऊपर से गुजर रही हाइटेंशन लाइन से करंट प्रवाहित हो गया।

और हो गई मौत…

पोल पर पहले से विद्युत आपूर्ति चालू नहीं थी। लेकिन कार्यदायी संस्था के ठेकेदार ने बिना सुरक्षा उपायों के और लाइन की जांच किए बिना बिजली आपूर्ति शुरू कर दी थी। जैसे ही होरीलाल पोल के समीप आया, वह अचानक करंट की चपेट में आ गया और गंभीर रूप से झुलस गया।

अस्पताल ले जाते समय तोड़ा दम

पास में मौजूद चरवाहों और ग्रामीणों ने तुरंत छात्र को करंट से अलग कर परिजनों को सूचना दी। आनन-फानन में छात्र को जिला मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव को घर लाया गया, जहां परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस को दी।

परिवार का रो-रोकर बुरा हाल, न्याय की मांग

मृतक छात्र के पिता रामशंकर निषाद ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “बिजली विभाग और ठेकेदार की लापरवाही से मेरे बेटे की जान गई। न कोई चेतावनी दी गई, न ही सुरक्षा के इंतजाम किए गए। बिना बताए लाइन चालू कर दी गई। यह हत्या के बराबर है। प्रशासन दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।”

परिवार के पास मात्र 10 बिस्वा जमीन

रामशंकर ने बताया कि उनके कुल पांच बेटे थे, जिनमें से एक की पहले ही बीमारी से मौत हो चुकी है। होरीलाल सबसे छोटा था और पढ़ाई के साथ-साथ खेती और घरेलू कामों में भी हाथ बंटाता था। परिवार के पास मात्र 10 बिस्वा जमीन है और रामशंकर खुद मजदूरी करके जीवन यापन करते हैं।

प्रशासन ने शुरू की जांच

थाना प्रभारी निरीक्षक अभिलाष तिवारी ने बताया, “घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। प्रथम दृष्टया मामला करंट लगने से मौत का प्रतीत हो रहा है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। परिजनों की तहरीर के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

गांव में मातम, ग्रामीणों में आक्रोश

हादसे के बाद सरकंडी गांव में शोक की लहर है। ग्रामीणों ने भी ठेकेदार और बिजली विभाग पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है।

Exit mobile version