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रायबरेली: जेल बंदी वारिस ने मरने से पूर्व पिता को बतायी आपबीती, जानिए क्या कहा

रायबरेली जेल में कैदी की आत्महत्या से कुछ घण्टे पहले पिता से उसकी बातचीत सामने आई है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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रायबरेली: जेल बंदी वारिस ने मरने से पूर्व पिता को बतायी आपबीती, जानिए क्या कहा

रायबरेली: जिला जेल में गुरुवार को एक विचारधीन कैदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या की। कैदी ने फांसी क्यों लगाई इस बात का खुलाशा  मृतक के अपने पिता से फोन पर बातचीत को बाद हुआ। कैदी ने अपने पिता से बात की और उसके बाद वह मानसिक रूप से इस कदर टूट गया कि उसने मौत को गले लगा लिया। वहीं जेल प्रशासन की तरफ से लापरवाही बरतने वाले सिपाही अनुज राजवंशी को निलंबित कर दिया गया है। उसके साथ ही गिर्दा प्रभारी कमलेश कुमार के लिए अनुशासनात्मक कार्यवाही की गई है।

जेल प्रशासन ने बताया कि वारिस राइन पुत्र आरिफ बाबा निवासी मोहल्ला कंचाना थाना जायस जनपद अमेठी (28 ) ने शाम को जेल के पीसीओ से अपने पिता से बातचीत की। लगभग 6 मिनट की बातचीत में उसने अपने पिता से काफी बात की।

बताया गया कि इस दौरान उसने अपने पिता से कहा कि अब सजा काटे बिना वह नहीं छूटेगा, तुम पिछले पांच साल से बोल रहे हो कि फला तारीख पर छूट जाओगे, अब फ़ालतू में वकील पर पैसा खर्च करने की जरुरत नहीं है, अब कुछ नहीं होगा।

बताया जा रहा है की वारिस बार बार बेल कैंसिल हो जाने से परेशान हो गया था। जिसके बाद उसने 28 नवम्बर को पिता से बातचीत करने के महज एक घण्टे के अंदर बाग की तरफ लगे एक पेड़ पर अपने गमछे से फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली।

बता दें कि वारिस पत्नी की हत्या करने पर वर्ष 2019 में धारा 498 ए, 307, 304 बी, 302 आईपीसी व 3/4 डीपी एक्ट में थाना मोहनगंज जनपद अमेठी में मुकदमा के तहत रायबरेली जेल में निरुद्ध था।

हाईकोर्ट से पहली बार उसने 28 अगस्त 2020 में जमानत के लिये अर्जी दी। 6 जुलाई 2021 को उसकी जमानत याचिका  खारिज हुई। फिर 17 अक्टूबर 2022 को जमानत अर्जी दाखिल की गई जिसे 30 जनवरी 2024 को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया। 

इससे साफ जाहिर होता है वारिस बार बार जमानत अर्जी खारिज होने से परेशान था। बीते 28 नवम्बर को भी वह अपने पिता से जमानत पर बातचीत कर रहा था।

जेल प्रशासन का कहना है कि 5 साल से जेल में बंद वारिस का कार्य व व्यवहार बेहद शालीन था। उसके कार्यों से कभी यह अहसास नही हुआ कि वह मानसिक रूप से परेशान है। पूरे प्रकरण से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। घटनाक्रम से सम्बंधित तमाम साक्ष्य सुरक्षित रखे गए हैं। पिता पुत्र के बीच बातचीत की रिकॉर्डिंग भी रखी गई है। यह मामला पूरी तरह से आत्महत्या का है।

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