निजी क्षेत्र से प्रतिस्पर्धा के मद्देनजर आरटीडीसी अपने 10 होटल का कायाकल्प कर रहा

राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आरटीडीसी) निजी होटलों से कड़ी प्रतिस्पर्धा मिलने के मद्देनजर अपनी संपत्तियों को नया जीवन देने के प्रयास के तहत अपने 10 होटल का कायाकल्प कर रहा है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 11 June 2023, 1:40 PM IST
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जयपुर: राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आरटीडीसी) निजी होटलों से कड़ी प्रतिस्पर्धा मिलने के मद्देनजर अपनी संपत्तियों को नया जीवन देने के प्रयास के तहत अपने 10 होटल का कायाकल्प कर रहा है।

राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आरटीडीसी) के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड ने यह जानकारी दी।

वहीं 34 अन्य होटल और मोटल को परिचालन एवं प्रबंधन (ओ एंड एम) मॉडल के तहत निजी क्षेत्र को सौंपा जाएगा। निगम ने अपनी संपत्तियों को आकर्षक और निजी होटलों के समतुल्य बनाने की रणनीति बनाई गई है, जिन्होंने उन्हें (निगम के होटल को) पीछे छोड़ दिया है।

आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा, ‘‘हमारे पास कुल 74 संपत्तियां हैं, जिनमें से हम 10 होटलों का नवीनीकरण कर रहे हैं, जो निगम द्वारा ही चलाए जाएंगे। इन पर काम चल रहा है। हम 34 अन्य संपत्तियों को ‘ओ एंड एम’ मॉडल के तहत देने की रणनीति पर भी काम कर रहे है।'

उन्होंने बताया कि आरटीडीसी को पहले संपत्तियों के मालिकाना हक संबंधी मुद्दों के कारण अपने होटल को पट्टे पर देने में बाधा का सामना करना पड़ा था। विभाग संपत्तियों का मालिकाना हक आरटीडीसी के नाम कराने का काम कर रहा है।

उन्होंने बताया कि राज्य में जिन 10 होटल का कायाकल्प किया जा रहा है उनमें रणथंभौर (सवाई माधोपुर) का होटल केसर झूमर बावड़ी, नाथद्वारा (राजसमंद) का होटल गोकुल, पुष्कर (अजमेर) का होटल सरोवर, अलवर का होटल लेक पैलेस (सिलीसेढ़), जयपुर का होटल गणगौर, अजमेर का होटल खादिम, उदयपुर का होटल काजरी, भरतपुर का होटल फॉरेस्ट लॉज, सरिस्का (अलवर) का होटल टाइगर डेन और माउंट आबू (सिरोही) का होटल शिखर शामिल हैं।

राजस्थान का पर्यटन उद्योग अब तेजी से मजबूत हो रहा है और 2022 में 10.87 करोड़ से अधिक पर्यटक मरू प्रदेश आए।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पर्यटन विभाग के अनुसार, कुल 10.87 पर्यटकों में से 10.83 करोड़ घरेलू और 3.96 लाख विदेशी पर्यटक थे। इससे पहले, 2021 में सिर्फ 2.20 करोड़ पर्यटक राजस्थान आए।

आरटीडीसी अध्यक्ष ने कहा कि निगम प्रबंधन राज्य में पर्यटन सुविधाओं का लगातार विस्तार कर रहा है।

उन्होंने बताया कि ‘पैलेस ऑन व्हील्स’ रेल का संचालन करने वाले आरटीडीसी ने ‘हेलीकॉप्टर जॉयराइड’ की सुविधा भी उपलब्ध कराई है और जल पर्यटन के लिए चंबल नदी में क्रूज सेवा शुरू करने की योजना है।

राजस्थान ने विवाह समारोहों और सम्मेलनों के आयोजन के लिए एक आकर्षक स्थल के रूप में अपनी अलग जगह बनाई है। अब एमआईसीई (बैठक, प्रोत्साहन सम्मेलन और प्रदर्शनियां) केंद्रों की स्थापना से प्रदेश को इस क्षेत्र में भी नई पहचान मिलेगी।

इसके अलावा, जैसलमेर जिले के दामोदरा गांव में ढोला मारू पर्यटन परिसर के विकास से एक ही छत के नीचे अंतरराष्ट्रीय स्तर की मेजबानी, रेगिस्तान में रुकने की व्यवस्था, होटल, नाइट पार्क और एम्यूजमेंट पार्क की सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

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