मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। चुनाव से पहले ही अजित पवार (Ajit Pawar) को एक बड़ा झटका लगा है। पांच बार के विधायक राजेंद्र शिंगणे ने शरद पवार का दामन थाम लिया है। शिंगणे सिंधखेड़ राजा से विधायक हैं। शनिवार को शरद पवार (Sharad Pawar) की मौजूदगी में उन्होंने NCP (SP) में शामिल होने का ऐलान किया।
अजित पवार के करीबी रहे हैं शिंगणे
राजेंद्र शिंगणे 2004 से कैबिनेट के सदस्य रहे हैं। उद्धव ठाकरे के सीएम (CM) रहने के दौरान भी राजेंद्र शिंगणे मंत्रिमंडल में थे। अजित पवार ने शरद पवार का साथ छोड़ा तो शिंगने अजित के साथ चले गए, लेकिन उन्हें कैबिनेट में शामिल करने पर विचार नहीं किया गया था। अब उन्होंने शरद पवार से हाथ मिलाने का फैसला किया है।
जानकारी के मुताबिक एक सप्ताह पहले राजेंद्र शिंगने ने बुलढाणा जिले में अपने विधानसभा क्षेत्र में समर्थकों के साथ बैठक की थी। बैठक में उनके समर्थकों का तर्क था कि अजित पवार ने उन्हें लगातार पांच बार विधानसभा के लिए चुने जाने के बावजूद कैबिनेट में शामिल करने पर बिल्कुल विचार नहीं किया, और अब उन्हें एनसीपी छोड़कर शरद पवार से हाथ मिला लेना चाहिए। इसके बाद शिंगने की भतीजी गायत्री (Gayatri) ने भी शुक्रवार को शरद पवार से मुलाकात की और एनसीपी (एसपी) में शामिल होने और सिंधखेड़ राजा से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी।