नई दिल्ली: ओएनजीसी के सीएमडी पद के लिए PESB द्वारा 19 जून को चयनित शशि शंकर के चयन पर पेट्रोलियम मंत्रालय की तलवार लटक रही है।
उच्च पदस्थ सूत्रों ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया है कि मंत्रालय इस बात पर गंभीरता से विचार कर रहा है कि 30 सितंबर को वर्तमान सीएमडी के रिटायर होने के बाद इस स्थान पर अभी शशि शंकर की नियुक्ति न की जाये। इसकी वजह है शशि शंकर का पूर्व का इतिहास।
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डाइनामाइट न्यूज़ की 19 जून और 14 अगस्त की खबर के बाद पेट्रोलियम मिनिस्ट्री में हड़कंप मचा हुआ है। पेट्रोलियम मंत्रालय यह नही चाहता कि इस अहम पद पर किसी ऐसी व्यक्ति की नियुक्ति हो जिसका कार्यकाल दागदार रहा हो और भविष्य में फिर किसी गड़बड़ी पर उसे जवाब देना पड़े।
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विश्वसनीय सूत्रों ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि मंत्रालय तीन विकल्पों पर विचार कर रहा है। पहला मंत्रालय के ही किसी एक वरिष्ठ आईएएस को सीएमडी का अतिरिक्त कार्यभार सौंप दिया जाय़। दूसरा, ओएनजीसी पेट्रो एडिशंस लि. (ओपीएएल) के एमडी अविनाश जोशी को ओएनजीसी की कमान सौंपी जाये। तीसरा, वर्तमान सीएमडी को कुछ औऱ दिनों तक एक्सटेंशन दे दिया जाये।