निचलौल (महराजगंज): रमजान पर्व पर मुस्लिम समुदाय द्वारा आज तीसरे दिन भी रोजा रखा गया। जगह-जगह इफ्तार (Iftar) और सेहरी का भी कार्यक्रम आयोजित हुआ। डाइनामाइट न्यूज की टीम गडौरा पहुंची तो वहां रोजेदार सबसे बुजुर्ग व्यक्ति से बात की।
यह बताई खासियतें
गडौरा निवासी बुजुर्ग मोहम्मद शफीक ने संवाददाता को बताया कि रमजान शरीफ सबसे बरकतों वाला पवित्र माह माना जाता है। एक रुपया गरीबों पर खर्च करने पर करीब 70 नेकियों वाला सबाब मिलता है। पवित्र माह रमजान में अल्लाह से जो भी मुरादें मांगी जाएं वह पूरी होती हैं। रमजान अनुशासन (Discipline) से रहने का भी पाठ सिखाता है। इसलिए सभी को रोजा अवश्य रखना चाहिए।