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Navratri Special 2025: इस नवरात्रि महिलाओं को करें ये सात वादे, देवी मां हो जाएगी प्रसन्न

इस चैत्र नवरात्रि नारी शक्ति को बढ़वा देने के लिए ये सात वादे जरूर करें, ये वादे समाज में नारी की समानता को आगे ले जाएगा। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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Navratri Special 2025: इस नवरात्रि महिलाओं को करें ये सात वादे, देवी मां हो जाएगी प्रसन्न

नई दिल्लीः कल यानी 30 मार्च से चैत्र नवरात्रि का आरंभ हो चुका है, जो मां दुर्गों के नौ स्वरूपों को समर्पित है। आज दूसरा और तृतीय नवरात्रि है। नवरात्रि केवल मां दुर्गा तक ही सीमित नहीं है यह नारी शक्ति और उनके सम्मान का भी प्रतीक है। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, नारी शक्ति केवल नवरात्रि में करना गलत है बल्कि इंसान को हर दिन और हर घंटे नारी का सम्मान करना चाहिए। वहीं हिंदू धर्म में भी नारी का सम्मान किया जाता है। 

नवरात्रि में आप केवल कन्या पूजन ही नहीं बल्कि नारी शक्ति के सम्मान को लेकर सात संकल्प भी जरूर करें। इन संकल्प को करने से महिलाओं को समाज में समानता दिलाने के साथ ही सशक्त बनाने में भी मदद करेगा। इस नवरात्रि आप अपनी घर की  महिलाओं से ये सात वादें करें। 

नवरात्रि में करें ये सात वादें 
1. सम्मान का वादाः यदि आप महिलाओं का सम्मान नहीं करते हैं तो आप कुछ नहीं कर सकते हैं। इसलिए उनकी भावनाओं और विचारों की इज्जत करते हुए हर महिला का सम्मान करें। 
2. सुरक्षा का वादाः समाज में महिला सुरक्षा नहीं है। ऐसे में आप उन्हें नवरात्रि में सुरक्षा का वादा करें। यह आपका फर्ज बनाता है कि आप हर महिला की सुरक्षा का ख्याल रखें। 
3. सहयोगा का वादाः घर की महिला हो या कार्यस्थल की सभी महिलाओं का सहयोग करें। वहीं घर की महिलाओं के साथ मिलकर हर काम मे सहयोग करें। 
4. आत्मनिर्भर का वादाः यदि आप महिलाओं को अच्छी शिक्षा और आर्थिक रुप से मदद करते हैं और उन्हें आर्थिक रुप से मजबूत बनाने में मदद करते हैं तो वह खुद आत्मनिर्भर बन जाएगी। यह महिलाओं के लिए बेहद जरूरी है। 
5. देखभाल का वादाः अक्सर महिलाएं परिवार वालों का ध्यान रखते हुए अपना ख्याल रखना भूल जाती है। ऐसे में अगर आप उनका ख्याल रखते हैं तो उनके लिए सबसे बड़ा साथ होगा।
6. दहेज के खिलाफ वादाः यदि आपकी शादी नहीं हुई है तो आप अपने साथी से दहेज ना लेने का वादा करें। क्योंकि दहेज प्रथा सबसे बड़ा जुर्म है। 
7. निर्णय लेने का वादाः यदि आप महिलाओं को निर्णय लेने की आजादी देते हैं, तो यह उनके लिए सबसे बड़ी जीत होगी। 

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