कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए दावा किया कि जिस दिन अलग से रेल बजट पेश करने का चलन बंद हुआ, उसी दिन से भारतीय रेल तबाह हो गई।
नरेन्द्र मोदी सरकार ने लगभग 100 वर्षों की प्रथा को समाप्त करते हुए 2017 में रेल बजट का विलय केंद्रीय बजट में कर दिया था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब मैं रेल मंत्री थी तो हमारे पास विभिन्न रेलवे विभागों, जैसे वित्त, कर्मचारी कल्याण, सिग्नलिंग, इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल, केलिए कैबिनेट रैंक के छह सचिव रखने का विकल्प था। उन्होंने विभिन्न विभागों के बीच समन्वय में मदद की। आज यह समन्वय समाप्त हो गया है।'
उन्होंने कहा, ‘‘जिस दिन हमने अलग से बजट पेश करना बंद किया, उसी दिन से भारतीय रेल तबाह हो गई। ऐसा लगता है कि आजकल किसी को भी इन चीजों की परवाह नहीं है।’’
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख का यह बयान दो जून को ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे के बाद आया है, जिसमें पश्चिम बंगाल के निवासियों सहित 288 लोग मारे गए हैं।
बनर्जी ने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह ट्रेन हादसे के पीछे की सच्चाई को दबाने में लगी है।
मणिपुर में अशांति का उल्लेख करते हुए बनर्जी ने दावा किया कि केंद्र पत्रकारों सहित किसी को भी इस पूर्वोत्तर राज्य का दौरा करने की अनुमति नहीं दे रहा है, ताकि वह सच्चाई को दबा सके।
उन्होंने कहा कि मणिपुर और उत्तर प्रदेश में हो रहे अत्याचारों पर चुप रहने के लिए उन्हें (भाजपा को) खुद पर शर्म आनी चाहिए।

