Site icon Hindi Dynamite News

Lal Krishna Advani: भारत रत्न पाने वाले 50वीं शख्सियत बने लालकृष्ण आडवाणी, जानिए अब तक किन महापुरुषों को मिला ये सम्मान?

भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने के फैसले से देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पाने वालों की संख्या 50 हो गयी है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
Published:
Lal Krishna Advani: भारत रत्न पाने वाले 50वीं शख्सियत बने लालकृष्ण आडवाणी, जानिए अब तक किन महापुरुषों को मिला ये सम्मान?

नयी दिल्ली: भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने के फैसले से देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पाने वालों की संख्या 50 हो गयी है।

यह भी पढ़ें: मायावती ने भी की भारत रत्न देने की मांग, जानिए किसके लिए? 

नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा समाजवादी नेता ठाकुर को मरणोपरांत इस पुरस्कार से सम्मानित करने के निर्णय के 10 दिन बाद शनिवार को पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी को भारत रत्न देने की घोषणा की गई।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसारपिछली बार, 2019 में भारत रत्न पुरस्कार प्रणब मुखर्जी और मरणोपरांत भूपेन्द्र कुमार हजारिका और नानाजी देशमुख को प्रदान किया गया था। 2020 से 2023 के बीच यह पुरस्कार किसी को नहीं दिया गया।

भारत सरकार ने 1954 में दो नागरिक पुरस्कार – भारत रत्न और पद्म विभूषण – स्थापित किए थे। पद्म विभूषण की तीन श्रेणियां थीं – पहला वर्ग, दूसरा वर्ग और तीसरा वर्ग। बाद में आठ जनवरी, 1955 को एक राष्ट्रपति अधिसूचना के माध्यम से इनका नाम बदलकर पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री कर दिया गया।

यह भी पढ़ें: फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित हुईं कला संग्रहकर्ता किरण नादर

भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है। यह समाज के किसी भी क्षेत्र में असाधारण सेवा या उच्चतम स्तर के प्रदर्शन को मान्यता देने के लिए प्रदान किया जाता है।

भारत रत्न के लिए प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रपति को सिफारिश की जाती है। इस पुरस्कार के लिए किसी औपचारिक अनुशंसा की आवश्यकता नहीं है। भारत रत्न पुरस्कारों की संख्या किसी विशेष वर्ष में अधिकतम तीन तक सीमित है।

हालांकि, 1999 में इसे चार लोगों को दिया गया था।

यह सम्मान 2019, 1997, 1992, 1991, 1955 और 1954 सहित कई अवसरों पर एक वर्ष में तीन व्यक्तियों को दिया गया था। 2015, 2014, 2001, 1998, 1990, 1963 और 1961 सहित कई अवसरों पर यह दो व्यक्तियों को दिया गया, जबकि ऐसे वर्ष भी रहे हैं जब यह पुरस्कार किसी को भी प्रदान नहीं किया गया था।

पहले वर्ष में, यह प्रतिष्ठित पुरस्कार सी. राजगोपालाचारी, सर्वपल्ली राधाकृष्णन और चंद्रशेखर वेंकटरमन को प्रदान किया गया था।

पूर्व में इस पुरस्कार से सम्मानित होने वालों में जवाहरलाल नेहरू, राजेंद्र प्रसाद, जाकिर हुसैन, लाल बहादुर शास्त्री, अबुल कलाम आजाद, इंदिरा गांधी, के. कामराज, मदर टेरेसा, विनोबा भावे, एम.जी. रामचंद्रन, बी.आर. आंबेडकर, नेल्सन मंडेला, राजीव गांधी, वल्लभभाई पटेल, मोरारजी देसाई, सत्यजीत रे, ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, जयप्रकाश नारायण, अमर्त्य सेन, सचिन तेंदुलकर, अटल बिहारी वाजपेयी और मदन मोहन मालवीय शामिल हैं।

इसके अलावा, भगवान दास, एम. विश्वेश्वरैया, गोविंद बल्लभ पंत, डी. केशव कर्वे, बिधान चंद्र रॉय, पुरुषोत्तम दास टंडन, पांडुरंग वामन केन, वराहगिरि वेंकट गिरि, खान अब्दुल गफ्फार खान, जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा, गुलजारी लाल नंदा, बिस्मिल्ला खान, एम. सुब्बुलक्ष्मी, गोपीनाथ बोरदोलोई, पंडित रविशंकर, सी.एन.आर. राव, भीमसेन गुरुराज जोशी, लता मंगेशकर, चिदंबरम सुब्रमण्यम और अरुणा आसफ अली को भी भारत रत्न से सम्मानित किया गया है।

Exit mobile version