प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की कल रात खुलेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई। तीन हत्यारों ने पुलिस अभिरक्षा में इस दोहरे सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम दिया। तीनों हत्यारोपी मीडिया क्रू बनकर मौके पर पहुंचे थे। मीडिया के बातचीत करने के दौरान इन तीनों ने अतीक और उसके भाई अशरफ पर ताबड़तोड़ गोलियां बरासाई। अतीक और अशरफ ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। तीनों हत्यारों से एसटीएफ पूछताछ कर रही है।
डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिये इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले तीनों हत्यारों के बारे में।
तीनों हत्यारों का नाम, पहचान और क्राइम कुंडली
1) लवलेश तिवारी, निवासी बांदा, घर वालों से कोई रिश्ता नहीं। 5-6 दिन पहले गया था गांव। एक मामले में जा चुका जेल।
2) सनी सिंह, निवासी हमीरपुर, कुरारा पुलिस थाने में हिस्ट्रीशीटर। 15 केस दर्ज। 10 साल से नहीं गया घर।
3) अरुण मौर्य उर्फ कालिया, निवासी कासगंज, जीआरपी थाने में पुलिसकर्मी की हत्या के बाद से फरार। 6 साल से घर से बाहर।
पहले भी जा चुके जेल
अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या करने तीनों अभियुक्त अलग-अलग मामलों में पहले भी जेल जा चुके हैं। तीनों आरोपी अलग-अलग मामलों मसलन हत्या, लूट समेत संगीन आरोप में जेल जा चुके हैं। पुलिस ये भी पता लगा रही है कि अभियुक्त कब और कैसे प्रयागराज आए थे। तीनों से पूछताछ जारी है।
जेल में हुई दोस्ती
अब तक हुए खुलासे में यह बात सामने आई की इन तीनों हत्यारों की जेल में ही दोस्ती हो गई। ये तीनों अतीक़ और अशरफ़ की हत्या करके डॉन बनना चाहते थे और अपना खौफ जमाना चाहते थे।
हत्या का मकसद
डॉन बनने और अपराध की दुनिया में कुछ बड़ा करने के लिये इन तीनों ने अतीक़ और अशरफ़ अहमद को मारने की योजना बनाई। तीनों ने बड़ा नाम कमाने के मक़सद से हत्या की साजिश रची और हत्याकांड को अंजाम दिया। उमेश पाल हत्याकांड के बाद से इन्होंने साजिश रचनी शुरू कर दी थी।
अभियुक्तों का कबूलनामा
इस हत्याकांड में गिरफ्तार अभियुक्तों ने पुलिस के को दिए अपने कथित बयान में कहा है, "माफ़िया अतीक़ और उसके गैंग में शामिल सदस्यों ने तमाम निर्दोष लोगों का कत्ल किया था। अतीक ज़मीन हड़पने के लिए हत्या करता था और विरोध में गवाही देने वालों को भी नहीं छोड़ता था। उसका भाई अशरफ़ भी ऐसा करता था, इसलिए हमने दोनों को मार डाला। इनको अतीक के प्रयागराज आने की जानकारी हुई तो उन्होंने रैकी करनी शुरू कर दी थी और योजनाबद्ध तरीके से इस हत्याकांड को अंजाम दिया।