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VIDEO: अपहृत युवक को छुड़ाने के लिये पीड़ित परिवार से मांगी 30 लाख की फिरौती

गैंगेस्टर विकास दुबे के लिये मुखबिरी करने के कारण कुछ पुलिस कर्मियों के दामन पर लगे काल दाग अभी धुले भी नहीं कि कानपुर पुलिस का एक और चौंकाने वाला कारनामा सामने आया है। पढिये, एक्सक्लूसिव रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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VIDEO: अपहृत युवक को छुड़ाने के लिये पीड़ित परिवार से मांगी 30 लाख की फिरौती

कानपुर: गैंगस्टर विकास दूबे के लिये मुखबरी करने जैसे कारणों से सवालों के घेरे में आये कुछ पुलिस कर्मियों के कारण पूरे महकमे की साख पर लगातार बट्टा लगता जा रहा है। पुलिस की साख को धूमिल करने वाला ऐसा ही एक मामला फिर सामने आया है। पिछले कुछ दिनों से चर्चित कानपुर पुलिस अब अपने नये तरह के काले कारनामे के कारण सुर्खियों में है।

बदमाशों द्वारा एक युवक का अपहरण करने के बाद उसे छोड़ने के एवज में उसके परिजनों से 30 लाख रुपये की फिरौती की मांग की गयी। अपहृत युवक का गरीब परिवार पुलिस के पास इस मामले की शिकायत लेकर पहुंचा और मदद की गुहार लगायी। लेकिन पुलिस ने अपहृत युवक के परिजनों से मांगी गयी 30 लाख की फिरौती का इंतजाम करने को कहा। गरीब परिवार पुलिस के दर पर ठोकरें खाता रहा लेकिन पीड़ितों को यही आश्वासन दिया गया कि पहले 30 लाख का इंतजाम करो और उसके बाद युवक को छुड़वा दिया जायेगा। हालांकि पुलिस ने बाद में फिरोती की यह रकम पीड़ित परिवार को वापस दिलाने की बात जरूर की लेकिन सारी बातें अब हवा-हवाई ही साबित हुई।  

अपहरणकर्ता के चंगुल से बेटे को छुड़ाने के लिए पुलिस ने जब पीड़िता परिवार को 30 लाख रुपयों की व्यवस्था करने को कहा को इस गरीब परिवार ने इसकी व्यस्था के लिये अपना मकान तक बेच डाला। जब फिर भी रकम पूरी तरह नही जुट पाई तो उन्होंने बेटी की शादी के लिए रखे गहनें भी बेच डाले।

रकम का इंतजाम होने के बाद पीड़ित परिवार पुलिस के पास पहुंचा। पुलिस के साथ मिलकर पीड़ित परिवार ने अपहरणकर्ताओं द्वारा बताये गये स्थान पर 30 लाख रुपए से भरा बेग रख दिया। बताया जाता है कि अपहरणकर्ता पैसे तो उठा ले गये लेकिन उनका बेटा वापस नहीं किया गया। पूरी पूंजी लुटाने और युवक को खोने की घटना के बाद पीड़ित परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।

अपहरणकर्ताओं ने करीब 15 बार फिरौती के लिए पीड़ित परिवार को फोन किये। वे पीड़ित परिवार को बारबार  फिरौती की रकम लेकर इधरउधर दौड़ाते रहे और पुलिस केवल सर्विलांस पर नम्बर ट्रेक करती रही और नतीजा अब सिफर के रूप में सामने आया।

यह पूरा मामला कानपुर के बर्रा थानाक्षेत्र का है। बीते 22 जून को सचिन नामक युवक का अपहरण हो गया था। बाद में पीड़ित परिवार के पास अपहरणकर्ताओं के फिरौती के लिए फोन आने लगे। पीड़ित परिवार एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता के पास पहुंचा और उनके संपर्क में बना रहा।  पुलिस ने परिवार को फिरौती का पैसा जुटाने और बाद में पैसा वापस कराने का भरोसा दिया। लेकेिन पैसा जुटाने के बाद भी पुलस ने युवक को अपहरकर्ताओं के कब्जे से छुड़ा सकी और ना ही पीड़ित परिवार को पैसा वापस करा सकी। इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस की भूमिका फिर एक बार गंभीर सवालों के घेरे में है।

कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार ने बताया की पूरे मामले को लेकर पीड़ित परिवार उनसे मिला है। इसमे पीड़ित परिवार के पैसे की रिकवरी और उनके अपह्लत बेटे को सकुशल छुड़ाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस मामले में जो कुछ किया, वह सब कुछ उनके संज्ञान में हैं। मामले की जांच के बाद दोषी और लापरवाह पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। फिलहाल हमारी प्राथमिकता अपहृत युवक को सकुशल वापस लाना है। 

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