हमीरपुर: उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर के दौरे के दौरान 'एक से श्रेष्ठ' पहल के तहत 500वें शिक्षा केंद्र का उद्घाटन किया और युवाओं से 2047 तक भारत को शीर्ष पर ले जाने के लिए बदलाव का साधन बनने का आह्वान किया।
धनखड़ ने कहा, ‘‘वर्तमान सरकार के तहत देश में रॉकेट गति से विकास हुआ है और अब भारत को शीर्ष पर लाने की जिम्मेदारी युवाओं, विशेषकर महिलाओं पर है, जिन्हें विभिन्न योजनाओं और पहलों के माध्यम से सशक्त बनाया गया है।'
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला के साथ मौजूद धनखड़ ने कहा कि इन केंद्रों पर लगभग 10,000 लड़कियों को मुफ्त शिक्षा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि इन केंद्रों में 95 प्रतिशत शिक्षक महिलाएं हैं, जो युवाओं को सशक्त बना रही हैं।
'एक से श्रेष्ठ' गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच सुनिश्चित करने और जीवन के सभी क्षेत्रों के छात्रों को समग्र विकास प्रदान करने की एक पहल है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि महिलाओं की छवि अब केवल गृहिणी से परिवर्तन की अग्रदूत के रूप में बदल रही है। केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने कहा कि 'श्रेष्ठ' का अर्थ पूर्णता और प्रेरणा है और कार्यक्रम के माध्यम से बड़ी संख्या में बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह एक नेक पहल है जिसका उद्देश्य पंचायत स्तर पर आसपास के शिक्षकों के माध्यम से स्कूल के बाद की मुफ्त में कक्षाएं सुनिश्चित करके बच्चों की सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि को देखे बिना उनका समग्र विकास करना है।
ये एक से श्रेष्ठ केंद्र जीवन के सभी क्षेत्रों के 3-12 आयु वर्ग के निजी और सरकारी विद्यालयों के बच्चों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
केंद्र हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर, ऊना, बिलासपुर, कांगड़ा और मंडी जिलों में चल रहे हैं।
दिन के दौरान राज्य पहुंचे धनखड़ का हमीरपुर में शुक्ला, ठाकुर और राजेश धर्माणी ने स्वागत किया।

