सूरत: देश-विदेश में डायमंड हब के रूप में मशहूर सूरत शहर की गुजरात की राजनीति में भी बड़ी धमक औऱ चमक है। यह महत्वपूर्ण शहर राज्य की राजनीतिक समीकरण बनाने में बड़ी भूमिका निभाता है।
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गुजरात में दो चरणों में चुनाव होने है। सूरत उन शहरों में शुमार है, जहां 9 दिसंबर को पहले चरण में कुल 89 सीटों के लिये मतदान होना है। सूरत में कुल 16 विधानसभा सीटें हैं, जिनमे से 15 सीटों पर भाजपा का कब्जा है। 9 दिसंबर को होने वाले पहले चरण के मतदान के लिये चुनाव प्रचार आज शाम खत्म हो चुका है।
इस बार गुजरात के अन्य क्षेत्रों की ही तरह सूरत के चुनावी समीकरण भी काफी उलझे हुए प्रतीत हो रहे है। डाइनामाइट न्यूज ने सूरत के कई लोगों से इस बारे में बात की। चुनाव को लेकर लोगों की राय के आधार पर कहा जा सकता है कि इस बार के समीकरण पिछली बार की अपेक्षा काफी जटिल और उलझे हुए है। इसलिये जनता का रूख 18 दिसंबर को ही तब सामने आ सकेगा, जब चुनाव परिणाम सभी के सामने होंगे।
