बागपत: पूर्वांचल के माफिया सरगना मुन्ना बजरंगी की हत्या के आरोपी कुख्यात सुनील राठी केा उसके घर पर परिजनों से मिलने के लिए न्यायालय से दस घंटे का पेरोल मिला था। इसीलिए उसे आज सुबह दिल्ली पुलिस तिहाड़ जेल से सुरक्षा के घेरे में लेकर उसे उसके घर टिकरी लेकर निकली थीं।
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इसी दौरान ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे पर राठी की गाड़ी के पीछे पांच गाड़ियां लग गई। संदेह होने पर एसपी ने चेकिंग के आदेश दे दिए। इस पर एएसपी रणविजय सिंह ने गाड़ियों को रोककर तलाशी शुरू कर दी। तलाशी के दौरान पुलिस ने पांचों गाडिय़ों को कब्जे में ले 20 लोगों को पकड़ा और पुलिस लाइन लेकर आ गये। पूछताछ में पकड़े गए लोग राठी के मिलने वाले निकले।
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हालांकि सीओ बडौत रामानंद कुशवाह का कहना है सुनील राठी के अपहरण की कोई साजिश नहीं थी। अनहोनी की आशंका से चेकिंग कर 20 लोगों को पकड़ा है जो अब सुनील राठी के तिहाड़ जेल में दाखिल होने के बाद ही छोड़े जाएंगे।
पिता की हत्या के बाद बन गया था अपराधी
बागपत के टीकरी का रहने वाला सुनील राठी अपने चेयरमैन पिता की हत्या के बाद अपराधी बना था। करीब 11 साल सुनील के पहले पिता नरेश राठी की बागपत के बिजरौल भट्ठे के पास हत्या कर दी गई थी। इसके बाद पिता की हत्या का बदला लेने के लिए सुनील अपराधी बन गया और विरोधियों की हत्या शुरू कर दी।