महराजगंज: जैसे अगस्त महीने में गोरखपुर मेडिकल कालेज में मासूम बच्चों की आक्सीजन की कमी के कारण हुई मौत की खबर को पहले नकारने का प्रयास हुआ लेकिन सफलता नही मिल सकी ठीक उसी तरह का नाकाम प्रयास मधवलिया गोसदन में गायों की मौत के मामले पर किया जा रहा है।
सीएम योगी आदित्यनाथ के इलाके में सौ से अधिक गायों की सनसनीखेज मौत, गौरक्षक खामोश
कृषि मंत्री ने नही दी सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट को तवज्जो
सूबे के कद्दावर नेता और कृषि महकमा संभालने वाले सूर्य प्रताप शाही शुक्रवार को जिले के रस्म अदायगी वाले दौरे पर थे। मंत्री जी को सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट मधवलिया गोसदन का दौरा तो छोड़िये झांकने की भी फुर्सत नही मिली।
यूपी सीएम योगी के क्षेत्र में गायों की मौत पर राष्ट्रीय मीडिया में छायी डाइनामाइट न्यूज की खबर..
अनभिज्ञता ने दिया कई सवालों को जन्म
'पार्टी विद डिफरेंस' का नारा हर गली-मुहल्ले में लगाने वाली सत्तारुढ़ दल के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके शाही जी यूं तो हर नुक्कड़ पर गौमाता के कसीदे पढ़ने नही भूलते लेकिन सौ से अधिक गायों की मौत पर उनकी खतरनाक अनभिज्ञता कई सवालों को जरुर जन्म दे गयी। विकास भवन में मंत्री जी किसानों से जुड़े एक कार्यक्रम में शिरकत करने पधारे थे, जब डाइनामाइट न्यूज़ की टीम ने मंत्री जी मधवलिया गोसदन में गायों की दर्दनाक मौत पर सवाल दागा तो मंत्री जी इधर-उधर ताकने लगे..फिर बचते हुए किसी तरह जवाब दिया "मैं सुबह से जिले में हूं किसी ने मुझे इसकी जानकारी नही दी..आपसे मुझे जानकारी मिली है, मैं इस बारे में पता करता हूं।"
योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट मधवालिया गोसदन में 40 गायों की दर्दनाक मौत, मीडिया कवरेज पर प्रतिबंध
बड़ा सवाल
बड़ा सवाल यह है जब मंत्री जी को राष्ट्रीय मीडिया में सुर्खियां बटोर चुकी इतनी बड़ी घटना की कोई जानकारी नही तो फिर वे कैसे प्रदेश के किसानों और कृषि समस्याओं का भला करेंगे? इसे आसानी से समझा जा सकता है?