New Delhi: हरियाली तीज भगवान शिव और माता पार्वती के दिव्य मिलन का प्रतीक है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र, सौभाग्य और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और शिव-पार्वती की पूजा करती हैं। यह पर्व श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को आता है और पर्यावरण की हरियाली के साथ जीवन में सौंदर्य और ऊर्जा के संचार का संकेत देता है।
हरियाली तीज 2025: शुभ तिथि और मुहूर्त
• तिथि: 27 जुलाई 2025, रविवार
• पूजन मुहूर्त: सुबह 6:05 बजे से दोपहर 12:15 बजे तक (स्थानीय पंचांग अनुसार)
• व्रत विधि: निर्जला व्रत, शिव-पार्वती पूजन, झूला उत्सव, हरियाली गीत, कथा वाचन
दिल्ली-एनसीआर के 5 पौराणिक शिव मंदिर जहां जरूर करें दर्शन
गुफा वाला शिव मंदिर, चाणक्यपुरी
यह मंदिर एक शांत और रहस्यमयी गुफा में स्थित है, जो ध्यान और मन की एकाग्रता के लिए उपयुक्त है। तीज पर भीड़ से दूर, यहां भगवान शिव के दर्शन विशेष फलदायक माने जाते हैं।
नीलकंठ महादेव मंदिर, जनकपुरी
हरियाली तीज के अवसर पर यहां विशेष श्रृंगार और जलाभिषेक होता है। महिलाएं पार्वती जी से सौभाग्य का आशीर्वाद लेने विशेष रूप से यहां आती हैं।
प्राचीन शिव मंदिर, कालकाजी
इस मंदिर का संबंध महाभारत काल से बताया जाता है। यहां रुद्राभिषेक का आयोजन होता है और मान्यता है कि पूजा से रोग व शत्रुओं से मुक्ति मिलती है।
उग्रसेन की बावली शिव मंदिर, कनॉट प्लेस
ऐतिहासिक बावली के पास स्थित यह मंदिर ध्यान और साधना के लिए अद्भुत स्थान है। तीज के दिन यहां की आध्यात्मिक ऊर्जा अनुभव करने योग्य होती है।
बाबा बड़ेश्वर महादेव मंदिर, बवाना
यहां तीज पर भव्य मेला लगता है। महिलाएं पारंपरिक पोशाक में सजकर मंदिर में रुद्राभिषेक करती हैं। मान्यता है कि यहां मांगी गई मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
हरियाली तीज और मानसिक शांति का संबंध
शिव मंदिरों का दर्शन केवल धार्मिक कर्तव्य नहीं, बल्कि आत्मिक शांति का भी साधन है। तीज के व्रत और पूजा से मानसिक तनाव कम होता है, मन में सकारात्मक ऊर्जा आती है और परिवार में प्रेम बढ़ता है।

